कोलंबो: श्रीलंका में आर्थिक संकट गहराने के चलते अशांति का माहौल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के श्रीलंका छोड़कर भागने की वजह से प्रदर्शनकारी बहुत ज्यादा आक्रोशित गए हैं। प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बार फिर से देश में आपातकाल का ऐलान कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार गोटबाया राजपक्षे श्रीलंका से भागकर मालद्वीप चले गए हैं।
राष्ट्रपति आवास के बाद प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास पर भी कब्जा कर लिया है। ऐसे में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं। जिसको देखते हुए पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है।जैसी खबर है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के श्रीलंका छोड़कर भागने की वजह से प्रदर्शनकारी अज्ञैर भी ज्यादा नाराज हो गए हैं। जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बार फिर से देश में आपातकाल का ऐलान कर दिया है।प्रदर्शनकारियों के बढ़ते गुस्से को देखते हुए राष्ट्रीय टीवी चैनलों का प्रसारण भी बंद कर दिया गया है।
वहीं श्रीलंका में गहराते संकट को देखते हुए कोलंबो में स्थित अमेरिकी दूतावास ने अगले दो दिनों के लिए ऐहतियात के तौर पर अपनी सेवाएं बंद कर दीं हैं। दूतावास ने ट्वीट किया कि ऐहतियात के तौर पर दूतावास बुधवार को दोपहर की हमारी सेवाओं (अमेरिकी नागरिक सेवाएं और एनआईवी पासबैक) के साथ ही बृहस्पतिवार को सभी दूतावास संबंधी सेवाएं रद्द कर रहा है। हम किसी भी असुविधा के लिए खेद जताते हैं और रद्द किए गए सभी कामकाज को पुनः नियोजित करेंगे।
वहीं खबर है कि गोटबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भागने के बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को देश का कार्यकारी राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है। संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्दने ने ऐलान किया कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अपने विदेश प्रवास के दौरान कामकाज संभालने के लिए प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे की नियुक्ति की है। उन्होंने बताया कि यह संविधान के अनुच्छेद 37(1) के तहत किया गया है।