नई दिल्ली: कांग्रेस के चार सासंदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस सांसद ज्योतिर्मणि,राम्या हरिदास,मणिकम टैगोर,टीएन प्रतापन को निलंबित किया गया है। लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।आपको बता दें कि मानसून सत्र के छठे दिन सोमवार को स्पीकर बिड़ला ने सदन के अंदर प्रदर्शन कर रहे सांसदों को अंतिम चेतावनी दी। हंगामे के बीच बिड़ला ने कहा संसद लोकतंत्र का मंदिर है।
मानसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले संसद परिसर के भीतर तख्तियां ले जाने और विरोध प्रदर्शन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। मणिकम टैगोर, राम्या हरिदास, ज्योतिर्मणि और टीएन प्रतापन को एक अभूतपूर्व कार्रवाई में निलंबित कर दिया गया।कांग्रेस सांसदों पर यह कार्रवाई नियम 374 के तहत की गई है। नियम मे में जिद्द और जानबूझकर सदन की कार्यवाही रोकना शामिल है। इसके अलावा इस नियम में सीपकर के प्राधिकार की उपेक्षा करना और नियमों का दुरुपयोग भी शामिल है।
इन सांसदों के खिलाफ पहले निलंबन प्रस्ताव दिया गया था जिसके बाद सर्वसम्मित ने सभी को निलंबित कर दिया गया है।महंगाई समेत अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के बीच लोकसभा स्पीकर ओम प्रकाश बिड़ला ने यह कार्रवाई की है।वहीं चार सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस ने कहा कि सरकार उसे डराने की कोशिश कर रही है और कहा कि पार्टी झुकेगी नहीं। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा, सरकार हमारे सांसदों को निलंबित करके हमें डराने की कोशिश कर रही है।
उनकी क्या गलती थी ? वे उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे थे जो लोगों के लिए मायने रखते हैं।उन्होंने कहा, सांसद गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि, आटा और छाछ जैसी वस्तुओं पर जीएसटी लगाने के मुद्दों को उठाते हुए तख्तियां लिए हुए थे। हमने इन मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए एक स्थगन प्रस्ताव पेश किया लेकिन कोई चर्चा नहीं हुई।