देहरादून: सावन की शिवरात्रि के मौके पर देवभूमि उत्तराखंड के शिवालयों में सुबह से ही हर-हर महादेव के जयकारे लगते रहे। वहीं हरिद्वार में दक्ष प्रजापति और विल्वकेश्वर महादेव मंदिर समेत प्रदेश के शिवालयों में श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रही।
श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जल,दूध से अभिषेक कर बिल्व पत्र एवं प्रसाद चढ़ाकर परिवार की खुशहाली की कामना की। नीलकंठ धाम में भी सुबह से अब तक 25000 श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए पहुंचे।
आज श्रद्धालु पूरे दिन भोलेनाथ का अभिषेक कर सकेंगे। इस श्रावण में आद्रा नक्षत्र जिसके स्वामी स्वयं रुद्र हैं। शिव पुराण और स्कंध पुराण में इसमें जल चढ़ाने का विशेष महत्व बताया गया है। भारतीय प्राच विद्या सोसाइटी कनखल प्रतीक मिश्रपुरी के मुताबिक आज शिव चौदस है। साथ ही आद्रा नक्षत्र भी है।
पूरे दिन शिव अभिषेक का मुहूर्त हैए लेकिन शाम को सात बजे से भद्रा प्रारंभ हो जाएगी और पूरी रात रहेगी। इस बार भद्रा भी स्वर्ग में होने के कारण कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होगा।शाम को 7ः23 बजे से 8ः20 बजे तक प्रदोष काल में भी विशेष पूजा होगी। लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने के रसए रोग निवृति के लिए गिलोयए पुत्र प्राप्ति के लिए दूध, विजय के लिए घी, मन वांछित वर प्राप्ति के लिय शहद, राजनीति में सफलता के लिए भगवान पर माणिक चढ़ाना शुभ होगा।
शत्रु मर्दन के लिए मूंगा और शिव कृपा प्राप्ति के लिए रुद्राक्ष भगवान पर अर्पित कर सकते हैं।
वहीं,भगवान शिव की ससुराल दक्षेश्वर महादेव का नजारा भी आज देखने वाला है। आकर्षक ढंग से सजाएं गए भगवान शंकर की ससुराल दक्ष प्रजापति मंदिर में शिवरात्री पर देर रात से ही भक्तो का सैलाब उमड़ने लगा था।
साभारः अमरउजाला