देहरादून: अंकिता मर्डर केस को भी दो माह गुजर गये जबकि पूरे उत्तराखण्ड के लोगों के अन्दर रोष था लेकिन जैसे जैसे वक्त गुजरता गया ऐसा लग रहा है इस मामले को लेकर लोगों में रोष और जोश दोनो ही ठंडे पड़ने लगे हैं। वहीं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने के एक बयान ने फिर इस सुलगती चिंगारी को हवा दे दी है। जी कुछ ऐसा ही है उन्होंने कहा कि अंकिता हत्यकांड में जिस वीआईपी का जिक्र किया गया है वह आखिर है कौन ? उत्तराखंड की जनता उसके बारे में जानना चाहती है।
उन्होंने कहा कि संज्ञान में आया है कि यह दरमियानी कद का व्यक्ति है, जिसके साथ पुलिस स्कॉट और कुछ बाउंसर थे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अंकिता को वीआईपी ट्रीटमेंट करने से इनकार करने का खामियाजा अपनी जान देकर चुकाना पड़ा लेकिन यह वीआईपी कौन था अभी भी इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया है।
अंकिता के माता-पिता ही नहीं बल्कि उत्तराखंड का हर व्यक्ति व देश का प्रबुद्ध जनमानस उस नाम को जानना चाहता है। प्रदेश की जनता यह भी जानना चाहती है कि सरकार ने इस मामले में क्या कार्रवाई की। पूर्व सीएम ने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि 16 तारीख को वनंतरा रिजॉर्ट में एक व्यक्ति आया था,जो दरमियानी कद का था।