देहरादून: इस बात से तो अब कोई भी अंजान नहीं रहा कि जैसे ही चुनावों का आगाज हो जाता है तो न जाने कितने मुद्दे जिन की तरह से बोतल से बाहर आ जाते हैं। आको मालूम ही है कि देवभुमि में समय समय पर अंकिता भण्डारी का मुद्दा गरमाता ही रहता है। अब फिर लोकसभा चुनाव में अंकिता भंडारी का मुद्दा गरमा रहा है। गौरतलब है कि पूरे देश में अंकिता भण्डारी काण्ड सुर्खियों मे है जिसकी गुत्थी आज भी सुलझाी नहीं है।
ये मुद्दा आज भी रहस्य की गोद में छिपा हुआ है जिसमें ऐसे कई सफेदपोश लोग हैं जिनके नाम का खुलासा नहीं हुआ जिसे लेकर कांग्रेस हमेशा हमलावर रही है। इसी कड़ी में आज रुद्रपुर में प्रधानमंत्री की जनसभा है कि इससे पहले ही उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ज्योति रौतेला और वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना शर्मा सहित महानगर महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष मोनिका ढाली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जैसा की पहले फेज़ में उत्तराखंड की पाँचों सीटों पर मतदान होना है और इसका चुनावी प्रचार का आगाज आज पीएम मोदी के चुनावी दौरे से गतिमान हो जायेगा लिहाज़ा आज कांग्रेस की महिला ब्रिगेड रुद्रपुर में विरोध प्रदर्शन करने जुटी और सड़कों पर तख्तियां लेकर अपना प्रदर्शन किया जिसमें महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को अभी तक न्याय न मिल पाने से प्रधानमंत्री मोदी जी का ध्यान इस तरफ आकर्षित कराना चाहती हैं।
उनका कहना है कि प्रधानमंत्री कई बार उत्तराखंड आए, लेकिन अंकिता भंडारी को अभी तक न्याय नहीं दिला पाए और ना ही उन्होंने इस तरफ ध्यान दिया। आज प्रधानमंत्री के रुद्रपुर आगमन से पूर्व उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ज्योति रौतेला और वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा सहित महानगर अध्यक्ष मोनिका ढाली जैसे ही अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर डीडी चौक पहुंची,वहां तैनात पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया।
इतना ही नहीं ये मुद्दा पौड़ी लोकसभा चुुनाव पर भी अपना असर तो दिखायेगा ही पुरी संभावना है कि अंकिता भंडारी का मुद्दा छाया ही रहेगा लिहाज़ा पीएम के दौरे में इसको उठाने के दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला की पुलिस से काफी नोक झोंक भी हुई। यहां प्रदेश अध्यक्ष रौतेला,मीना शर्मा,और मोनिका ढाली ने प्रधानमंत्री गो बैक के नारे भी लगाए। अब देखना ये होगा कि अंकिता भण्डारी के साथ और भी कई ऐसे जवलंत मुद्दे सामने खड़े है जो चुनावी नतीजों पर अपना असर दिखायें ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।