कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह के पुत्र और भाजपा उम्मीदवार करणभूषण सिंह के तेज रफ्तार गाड़ियों के काफिले ने तीन लोगों को रौंद दिया, जिसमें बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। एक अन्य महिला की हालत नाजुक है, प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। यह हादसा करनैलगंज.हुजूरपुर मार्ग पर छतईपुरवा स्थित बैकुंठ डिग्री कालेज के करीब बुधवार की सुबह हुआ। दुर्घटना के बाद स्कोर्ट में चल रही फॉर्च्यूनर गाड़ी छोड़कर मौके से बाकी लोग भाग खड़े हुए। सूचना मिलते ही मौके पर गांववालों की भीड़ जमा हो गई।
सड़क पर विरोध के साथ-साथ गुस्साये लोगों ने गाड़ी फूंकने की कोशिश भी की। हादसे के बाद कटराबाजार, परसपुर, कौड़िया व करनैलगंज थाने की पुलिस फोर्स ने मोर्चा संभाल लिया। करनैलगंज.हुजूरपुर मार्ग पर करीब एक घंटे तक जाम लगा रहा। एसडीएम, अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ करनैलगंज व सीओ सिटी के सामूहिक प्रयास और मुकदमे के आश्वासन के बाद आक्रोशितों ने जाम हटाया। करणभूषण के भारी भरकम काफिले में चल रही पुलिस स्पोर्ट फॉर्च्यूनर गाड़ी ने बाइक सवार दो युवकों को रौंद दिया। निंदूरा निवासी रेहान खान (21) और शहजाद खान (20) ने मौके पर दम तोड़ दिया। वहीं सड़क के किनारे जा रही छतईपुरवा निवासी सीता देवी (60) को भी टक्कर मार दी।
जिसमें बाइक सवार दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई और महिला गंभीर रूप से घायल है, उसे मेडिकल कॉलेज गोंडा रेफर किया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि काफिला करनैलगंज से हुजूरपुर की तरफ जा रहा था, जबकि बाइक सवार युवक करनैलगंज आ रहे थे। वाहनों के काफिले में सबसे आगे कैसरगंज के भाजपा प्रत्याशी करणभूषण सिंह की गाड़ी चल रही थी। काफिले में सुरक्षाकर्मियों को लेकर चल रही फॉर्च्यूनर यूपी-32 एचडब्ल्यू.1800 भी हादसे के बाद क्षतिग्रस्त हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि गाड़ी के भीतर सभी एयरबैग खुल गये।
यह वाहन नंदिनी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के नाम पंजीकृत है। घटना के बाद मौके पर तनाव के हालात हो गये। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी, चक्काजाम और युवकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए न ले जाने की जिद पर अड़े लोगों से पुलिस की तीखी नोंकझोंक हुई। काफी जद्दोजहद और मान-मनौवल के बीच पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उसके बाद मौके पर खड़ी फॉर्च्यूनर गाड़ी को फूंकने का प्रयास किया गया। गाड़ी पर पुलिस स्कोर्ट लिखा है और काफिले में यह साथ चल रही थी। भारी संख्या में पुलिस ने पहुंचकर लोगों को शांत करने का प्रयास किया। लोगों के उग्र होने की स्थिति को देखते हुए आसपास के थानों की पुलिस, अपर पुलिस अधीक्षक, पुलिस क्षेत्राधिकारी, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे और उग्र लोगों को किसी तरह शांत कराया।