मुंबई / जलगांव: भारतीय वायु सेना का एक विमान नेपाल में एक बस दुर्घटना में मारे गए महाराष्ट्र के तीर्थयात्रियों के शव शनिवार को नासिक लेकर आएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जैसा कि मालूम है मध्य नेपाल में एक भारतीय पर्यटक बस शुक्रवार को राजमार्ग से पलटकर 150 मीटर नीचे तेज बहाव वाली मर्स्यांगदी नदी में गिर गई थी जिससे महाराष्ट्र के कम के कम 27 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले लोग मुंबई से 470 किलोमीटर दूर जलगांव जिले के वरणगांव, दरियापुर, तलवेल और भुसावल के रहने वाले थे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है और उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। राज्य सरकार ने शुक्रवार देर शाम एक विज्ञप्ति में बताया कि भारतीय वायु सेना का एक विमान शनिवार को शवों को लेकर नासिक पहुंचेगा। यह घटना नेपाल के चितावन जिले में अन्बू खैरेनी इलाके में हुई। यह बस गोरखपुर से थी और इसमें चालक और दो सहायकों समेत 43 यात्री सवार थे। बस पोखरा से काठमांडू की ओर जा रही थी।
सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के उप प्रवक्ता शैलेंद्र थापा ने काठमांडू में ‘पीटीआई.भाषा’ से कहा कि 16 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी जबकि 11 लोगों की उपचार के दौरान मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि घायल हुए 16 लोगों को विमान से काठमांडू ले जाया गया और उन्हें त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। समाचार पोर्टल ‘माई रिपब्लिका’ की खबर के मुताबिक, बस में सवार यात्री 104 भारतीय तीर्थयात्रियों के एक समूह का हिस्सा थे, जो दो दिन पहले हिमालयी देश की 10.दिवसीय यात्रा के लिए तीन बसों में सवार होकर महाराष्ट्र से नेपाल पहुंचे थे।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‘एक्स’ पर एक संदेश में यात्रियों की मौत पर शोक जताया। राज्य के राहत एवं पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त और काठमांडू में भारतीय दूतावास के संपर्क में है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने कहा कि तीर्थयात्रियों का यह समूह चार दिन पहले अयोध्या गया था। जलगांव से ताल्लुक रखने वाले खडसे ने ‘पीटीआई.भाषा’ को बताया कि वह हादसे के बारे में पता लगने के बाद मृतकों और घायलों के परिवारों से मिले। उन्होंने बताया कि उनकी बहू एवं केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे काठमांडू जाएंगी।
उन्हें शवों तथा घायलों को वापस लाने के अभियान की निगरानी के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से काठमांडू जाने की अनुमति मिल गयी है। महाराष्ट्र सरकार ने जलगांव के 16 मृतकों की शिनाख्त रामजीत उर्फ मुन्ना, सरला राणे (42), भारती जावड़े (62), तुलसीराम तावडे (62), सरला तावडे (62), संदीप सरोद (45), पल्लवी सरोद (43), अनूप सरोद (22) गणेश भराम्बे (40), नीलिमा धांडे (57), पंकज भांगडे (45), परी भराम्बे (8), अनिता पाटिल, विजय झावडे (50) रोहिणी झावडे (51) और प्रकाश कोडी के रूप में की है।