हाथरस: हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद घायल दर्द के कराहते रहे, हर तरफ चीख पुकार और कोहराम मचा था। हादसे के बाद बागला जिला अस्पताल का नजारा देख रुह कांप गई। सूचना पर सेमरा आगरा और गांव मुकुंदखेड़ा से रिश्तेदार पहले मौके पर पहुंचे, फिर वहां से जिला अस्पताल पहुंच गए। घायलों की तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे।इस दौरान लोग जिला अस्पताल से कुछ लोगों को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किए जाने की जानकारी मिली। कुछ लोग वहां के लिए रवाना हो गए। बागला जिला अस्पताल की इमरजेंसी से लेकर पोस्टमार्टम हाउस के लिए लोग दौड़ रहे थे और वहां शवों की पहचान कर रहे थे। घायलों के रजिस्टर में भी नाम चेक करने के लिए लोगों की भीड़ लगी थी।
हर किसी के जेहन में बस एक ही सवाल, कैसे हुआ हादसा। इमरजेंसी में घायल दर्द से कराह रहे थे। अपने छोटे बच्चों के दर्द के आगे घायल महिलाएं अपना दर्द भूल गई और उन्हें चुप करने की कोशिश करती नजर आई। घायलों के खून से जिला अस्पताल की जमीन लाल हो रही थी। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में भीषण सड़क हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई। इनमें चार बच्चे भी शामिल थे। आगरा. हाथरस मार्ग पर रोडवेज बस और सवारियों से भरे छोटे मालवाहक वाहन के बीच आमने-सामने की हुई टक्कर में सात बच्चों समेत 18 लोग घायल भी हुए हैं। इनमें से छह की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में भेजा गया है। रोडवेज बस में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। जानकारी के मुताबिक, हादसा शुक्रवार शाम करीब छह बजे हाथरस के थाना चंदपा इलाके में नगला भुस बाईपास कपूरा चौराहे के पास हुआ।
बताया जा रहा है कि सवारियों से भरे मालवाहक वाहन को गलत तरीके से एक वाहन ने ओवरटेक किया। चालक ने बचने की कोशिश की लेकिन बारिश से सड़क गीली होने के कारण अनियंत्रित होकर वह रोडवेज से टकरा गया। ये सभी लोग हाथरस के गांव मुकुंदखेड़ा निवासी राजुद्दीन की दादी के चालीसवें में शामिल होने के बाद सेमरा (आगरा) लौट रहे थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि मालवाहक वाहन के परखच्चे उड़ गए। इसमें 35 लोग सवार थे। टक्कर के बाद लोग उछलकर सड़क किनारे झाड़ियों में जाकर गिर गए। हादसे के बाद जमा हुए लोगों ने फंसे लोगों को बाहर निकाला। लोग खून से सने थे। इनमें महिलाएं और बच्चे भी थे। सबसे ज्यादा उन्हीं की हालत खराब थी। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने 17 को मृत घोषित कर दिया।
मरने वालों में 16 आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र के गांव सेमरा के रहने वाले थे, जबकि एक फिरोजाबाद जनपद का निवासी था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में लिखा, सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। घायलों का समुचित उपचार कराने के लिए निर्देश दिए हैं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, माल वाहक वाहन में करीब 35 लोग सवार थे। हादसा इतना भयावह था कि हर ओर लाशें बिखरी पड़ी थीं। लोग खून से लथपथ थे। खुद को बचाने के लिए गुहार लगा रहे थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद पीड़ादायक है। परिजनों को खोने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, प्रदेश सरकार ने भी मृतकों के आश्रितों को दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार की सहायता देने की घोषणा की है।