
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को भारतीय संविधान के शिल्पकार और राष्ट्रनिर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके आदर्शों को स्मरण किया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय, समानता और शिक्षा के क्षेत्र में डॉ. आंबेडकर के अद्वितीय योगदान को भावपूर्ण रूप से याद किया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर ने जीवन भर समाज के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा, सम्मान और स्वाभिमान की रोशनी पहुंचाने के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि आंबेडकर का जीवन समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए प्रेरणादायक संघर्ष का प्रतीक है और वे भारतीय लोकतंत्र की आत्मा के रूप में सदैव याद किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के सिद्धांत आज भी समावेशी और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार भी आंबेडकर के सपनों को साकार करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू कर समाज में न्याय, समानता और सामाजिक समरसता की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया गया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि संविधान में निहित स्वतंत्रता, समानता और बंधुता के मूल्यों को आगे बढ़ाना प्रत्येक भारतीय की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की शिक्षाएं आज भी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और यही प्रेरणा हमें एक सशक्त, आत्मनिर्भर और समरस भारत के निर्माण के लिए निरंतर आगे बढ़ने के लिए उत्साहित करती है।







