देहरादून : जैसे-जैसे चुनाव करीब आता जा रहा है उम्मीदवारों की दिल की घड़कने थम सी रहीं है,आलम ये है कि कईयों का तो सब्र छलक गया और अपना सियासी भविष्य दांव पर लगता देख कईयों ने पार्टी बदली तो कई बागी होकर निर्दलीय हो रहे हैं। उत्तराखण्ड की सियासत इस बार काफी गर्म है और कयासों का दौर जारी है।
भले ही अभी कांग्रेस ने सभी सीटों पर अपने पत्ते न खोले हो लेकिन अन्दाजा ये लगाया जा रहा है कि भाजपा छोड़कर कांग्रेस में घर वापसी करने वाले हरक सिंह रावत की पुत्र वधु अनुकृति गुसाईं लैंसडाउन से कांग्रेस की उम्मीदवार हो सकती है।ं वहीं हरक सिंह रावत को अपनी साख बचानी होगी।ं जैसी की खबर है कांग्रेस अपने 4 दर्जन प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने वाली है देरी का सबब ये है कि कांग्रेस भाजपा की घोषित सूची पर अपने उममीदवार का फैसला कर सकती है,
लेकिन अब समय कम है ऐसे में दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार लगभग तय ही कर लिए हैं,बस औपचारिक घोषणा बाकी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी एक तरह से हरक को लेकर संकेत दे ही दिये हैं कि हरक का कहना है कि वो पार्टी लिए बगैर शर्त अपना सहयोग जारी रखेंगे ऐसे में उनकी पुत्रवधु को लेकर स्थिति साफ हो रही है । अन्दाजा ये लगाया जा रहा है कि अनुकृति गुसाईं को कांग्रेस लैंसउाडन विधान सभा से उम्मीदवार बना सकती है ।