देहरादून: लम्बी जद्दोजहद के बाद आखिरकार कांग्रेस के किशोर उपाध्याय भाजपा के ‘सारथी’ बन ही गये। आपको बता दें कि पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। गौरतलब है कि उन्हें पहले अनुशासनात्मक कार्रवाई के रूप में सभी पदों से मुक्त कर दिया गया था।
मैंने पहले ही संभावना जताई थी कि किशेर उपाध्याय भाजपा के ‘सारथी’ बन सकते हैं। नतीजतन आज किशोर उपाध्याय विधिवतभाजपा में शामिल हो गए। प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि भाजपा उन्हें टिहरी सीट से उम्मीदवार बना सकती है।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मंत्री किशोर उपाध्याय को भाजपा के नेताओं से मुलाकात करने पर पार्टी ने उन्हें प्रदेश समन्वय समिति के अध्यक्ष समेत पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। इसके साथ ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाये जाने पर आगे भी कार्रवाई के संकेत दे दिए थो। इस मामले में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने किशोर उपाध्याय को भेजे गये पत्र में भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई को कमजोर करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
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