देहरादून / बुराई पर अच्छाई का प्रतीक रंगों का त्योहार आपसी भाई चारे की मिसाल है। हर कोई आज से ही रंगों में सराबोर होने को लालायित है। रंगों में भीबने से पहले पूजा भी की जाती है जिसे होलिका दहन कहते हैं। इस बार होलिका दहन का शुभ महूर्त आज रात 9ः06 से 10ः16 बजे के बीच भद्रा पुंछ में किया जाएगा। इससे पूर्व दिनभर लोगों ने विभिन्न चौक चौराहों पर होलिका की पूजा करी वहीं कल यानी शुक्रवार को रंगों की होली मनाई जाएगी।
गौरतलब है कि फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है। पुरोहितों के मुताबिक, पूर्णिमा तिथि शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगी। ऐसे में होलिका दहन गुरुवार का होगा गुरुवार रात एक बजकर 13 मिनट तक भ्रदाकाल का साया रहेगा। पुंछकाल में भद्रा का प्रभाव कम रहता है जिसकी वजह से भद्रा की छाया कमजोर हो जाती है और इसका दोष भी खत्म हो जाता है। इसलिए पुंछकाल में होलिका दहन शुभ माना जाता है।
वहीं उत्तराखण्ड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और लेडी गवर्नर गुरमीत कौर ने नेत्रहीन बच्चों के साथ राजभवन में होली मनाई। वहीं आज शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर होलिका सजाई गई हैं और सुबह से ही महिलाएं टोलियां बनाकर शहर के विभिन्न चौराहों पर बनी होलिका पर पहुंचनी शुरू हो गई हैं। इस दौरान महिलाओं ने होलिका पर धागा बांधा और माथा टेक कर बच्चों और स्वजन की लंबी आयु की दुआ मांगी।