देहरादून : उत्तराखण्ड में में कई ऐसे शहर और गांव हैं जो बिजली चोरी के लिए जाने जाते हैं। इन सभी जगहों पर पहले चरण में प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। यूपीसीएल का मकसद बिजली चोरी को जल्द से जल्द नियंत्रित करना है। चूंकि मीटर प्रीपेड हों गेए इसलिए अगर कोई बिजली बिल का भुगतान नहीं करेगा तो उसका कनेक्शन काट दिया जाएगा।
आपको बता दें कि जल्द ही उत्तराखण्ड के 16 लाख घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। केंद्र से सैद्धांतिक सहमति मिलने के बाद राज्य कैबिनेट की भी इस पर मुहर लग चुकी है। अब आदेश जारी होने के साथ ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर का काम आगे बढ़ जाएगा वहीं यूपीसीएल के एमडी के मुताबिक प्रदेश में तकरीबन 26 से 27 लाख उपभोक्ता हैं।
इनमें से उद्योगों में तो स्मार्ट प्रीपेड मीटर पहले लग ही चुके हैं। एक से 75 किलोवाट क्षमता वाले करीब 18 लाख उपभोक्ता हैं। इनमें से करीब 16.50 लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। यूपीसीएल के ने बताया कि सबसे पहले कॉमर्शियल और पांच किलोवाट तक के उपभोक्ताओं के प्रतिष्ठानों पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।