काबुल: मंगलवार देर रात आए जलजले की वजह से अफगानिस्तान में हजारों जाने हलाक हो गई और अब सैलाब ने 400 लोगों की जिंदगी निगल ली है इस वक्त अफगानिस्तान आपदा के बुरे दौर से गुजर रहा है। सैलाब और जलजले में हजारों लोगों के मकान ढह गए हैं। जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान में पहले मंगलवार को देर रात आए भूकंप के बाद अब लगातार हो रही बारिश की वजह से आये सैलाब ने जनजीवन को तहस-नहस कर दिया है।
बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अब तक बाढ़ के कहर से 400 लोगों की मौत हो गई। तालिबान सरकार की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है। सैलाब से देश के कई इलाके प्रभावित हैं।वहीं अफगानिस्तान के जल संसाधन विशेषज्ञ नजीबुल्लाह सादिद ने बुधवार को ही कहा था कि क्षेत्र में मानसून के चलते तेज बारिश हो रही है, जिससे पारंपरिक तौर पर मिट्टी के बने घर कमजोर हो गए हैं। और इस कारण से भूकंप ज्यादा भयावह साबित हुआ।
भूकंप का केंद्र अपेक्षाकृत ऊपर रहने से भी तबाही बढ़ गई।देश में कुनार, नांगरहार, नुरिस्तान,लघमन, पंजशीर, परवान, काबुल, कपिसा, मैदान, वारदाक, बामियान, गजनी, लोगर, समंगन, सार-ए-पुल, ताखर, पाकटिया, खोस्त, कपिसा, मैदान वारदाक का इलाका प्रभावित है।
प्राकृतिक आपदा प्रबंधन विभाग की देखरेख करने वाले उपमंत्री मावलावी शरफुद्दीन मुस्लिम ने बताया, इस दौरान बचाकर निकाले गए लोगों को अस्पतालों मं भेज दिया गया है। जिनके मकान इस बाढ़ के पानी में ढह गए हैं उन्हें टेंट में ले जाया गया है। 2022 में अफगानिस्तान में प्राकृतिक आपदा के कारण 30 हजार से अधिक लोग मुततासिर हुए हैं।