राजस्थान के चुरू जिले के ये गांव बेहद ही अनोखा है, यहां रहने वाले भगवान में अपनी आस्था तो रखते हैं, लेकिन इसके बावजूद इस गांव में एक भी मंदिर नहीं है. यहां रहने वाले लोगों का कहना और मानना है कि इंसान धार्मिक कर्मकांडो से बजाए अपनी मेहनत और लगन पर ज्यादा ध्यान दें. जानकारी के अनुसार, ‘लांबा की ढाणी की’ गांव में केवल 105 घर हैं, जिसमें 10 घर मेघवालों के, 91 घर जाटों के और 4 घर नायकों के हैं.
इस गांव के सभी लोग पूजा-पाठ में विश्वास नहीं रखते पूजा-पाठ और धार्मिक कामों के बजाए अपने कर्म को महत्व देते हैं. गांव के लोग कहते हैं कि उनका काम ही उनकी पूजा है. शायद इसी वजह से यहां रहने वाले लोग अपने जीवन में काफी सफल हैं. इस गांव के 30 लोग सेना में, 30 लोग पुलिस में, 17 लोग रेलवे में और 30 लोग चिकित्सा क्षेत्र में काम करके अपने इस अनोखे गांव का नाम रोशन कर चुके हैं. इसके अलावा गांव के पांच युवकों ने खेल क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त किए हैं.