अजब-गजब: दिवाली के दूसरे दिन मनाए जाने वाले भाई दूज के दिन भारत में छत्तीसगढ़ समेत कुछ जगहों पर अजीबोगरीब परंपरा का पालन किया जाता है। हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है।
इस त्योहार को भी रक्षाबंधन की तरह ही मनाते हैं जिसमें बहनें अपने भाई को तिलक लगाती हैं और सुख-समृद्धि और लंबी उम्र की कामना करती हैं। लेकिन कुछ जगहों पर बहनें भाइयों को मरने का श्राप देती हैं। यह जानकर आपको यकीन नहीं हो रहा होगा,लेकिन यह पूरी तरह सच है। भाईयों को श्राप देने के बाद बहनें इसके लिए प्रायश्चित भी करती हैं।
यह एक परंपरा है जिसका सालों से पालन किया जा रहा है। आइए जानते हैं कि आखिर यह कैसी परंपरा है और किस राज्य में मनाई जाती है।छत्तीसगढ़,झारखंड,बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में इस अनोखी पंरपरा पालन किया जाता है। इस परंपरा के मुताबिक,बहनें अपने भाइयों को मरने का श्राप देती हैं।
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक विशेष समुदाय के लोग इस परंपरा का पालन करते हैं। लड़कियां अपने भाइयों को मरने का श्राप देती हैं और यह भाई दूज के दिन किया जाता है। भाई दूज के दिन बहनें सुबह उठने के बाद भाइयों को श्राप देती हैं। इसका प्रायश्चित करने के लिए बहनें अपनी जीभ पर कांटा चुभाती हैं।
Sources:AmarUjala