नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा पंचतत्व में विलीन हो गईं। पीएम मोदी ने अपनी मां को मुखाग्नि दी। गांधीनगर में एक श्मशान घाट में साधारण तरीके से उनका अंतिम संस्कार किया गया। हीराबा 100 साल की थीं उन्होंने अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में सुबह 3:30 बजे अंतिम सांस ली।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मां हीराबेन के पार्थिव शरीर को कांधा दिया। पीएम खुद उसी एम्बुलेंस से श्मशान घाट तक पहुंचे, जिसमें उनकी मां का पार्थिव शव रखा था। उनके साथ परिवार के और भी सदस्य मौजूद थे।
इससे पहले शुक्रवार सुबह पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम…मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।”
हीराबा के संघर्ष के बारे में प्रधानमंत्री मोदी कई बार भावुक अंदाज में जिक्र कर चुके हैं। साल 2015 में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के साथ बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने अपनी मां के संघर्षों को याद करते हुए कहा था ‘मेरे पिताजी के निधन के बाद मां हमारा गुजारा करने और पेट भरने के लिए दूसरों के घरों में जाकर बर्तन साफ करती थीं और पानी भरती थीं।’ इस दौरान पीएम मोदी भावुक होकर रो पड़े थे।