औली में हर साल शीतकालीन खेल का आयोजन किया जाता है। लेकिन जोशीमठ आपदा से इस बार औली शीतकालीन खेलों पर संकट मंडरा रहा है। हालांकि औली में बर्फ से लकदख हो चुकी चाटियां हैं लेकिन बावजूद उसके पर्यटक बुंकिग रद्द करा रहे हैं। जैसा कि आपको मालूम हो कि हिमक्रीड़ा स्थल औली में बर्फ है,शीतकालीन पर्यटन सीजन चल रहा है लेकिन पर्यटक नहीं हैं। पर्यटन से जुड़े जिन कारोबारियों को इन दिनों फुरसत नहीं होती थी वह बिना काम के बैठे हुए हैं। ऐसे में कारोबारियों और उनसे जुड़े कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है।
आपको बता दें कि जोशीमठ-औली रोपवे को भी सुरक्षा की दृष्टि से बंद किया हुआ है। औली में पर्यटन कारोबार रहता है, यही वह समय होता है जब वह अच्छी कमाई करते हैं। खासकर जब यहां बर्फबारी होती है तो पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ता है। यहां होटल और अन्य पर्यटन व्यवसाय से जुड़े कारोबारी इस सीजन में खूब व्यस्त रहते हैं। कई बार पर्यटकों को कमरे नहीं मिल पाते तो वे रात्रि विश्राम के लिए जोशीमठ आ जाते हैं लेकिन इस बार जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते आई आपदा से कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
औली में पर्यटन कारोबार से जुड़े दिपेश भंडारी,प्रदीप डिमरी,पवन कवाण का कहना है कि दिसंबर में बर्फबारी नहीं हुई जिससे पर्यटक अपेक्षाकृत कम पहुंचे। अब बर्फबारी हुई है लेकिन पर्यटक नदारद हैं,गिने चुने पर्यटक ही यहां पहुंच रहे हैं।गढ़वाल मंडल विकास निगम औली के प्रबंधक का कहना है कि औली में पिछले साल दिसंबर में उनके गेस्ट हाउस में 1935 और जनवरी में 1300 पर्यटक पहुंचे थे लेकिन इस बार दिसंबर में तो 1109 पर्यटक पहुंचे लेकिन जनवरी में अभी तक 634 पर्यटक ही पहुंच पाए हैं।उन्होंने बताया कि औली में बर्फबारी के बावजूद पर्यटक बुकिंग रद्द कर रहे हैं। पर्यटन कारोबार से जुड़े अन्य लोगों का कहना है कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब यहां बर्फ पड़ी है लेकिन बुकिंग रद्द हो रही हैं।