दुनिया में कई तरह के जीव-जंतु पाए जाते हैं। जितने हमारी नजरों के सामने हैं, उनसे कई ज्यादा अभी भी छिपे हुए हैं। साइंटिस्ट्स आए दिन कई नई प्रजातियों की खोज करते रहते हैं। लेकिन कई बार नए के साथ ही ऐसी भी प्रजातियां सामने आती हैं, जो अब विलुप्त हो चुकी हैं। हाल ही में एक ऐसी मछली का अवशेष मिला है, जिसे एलियन फिश कहा जा रहा है। एलियन यानी दूसरे ग्रह का। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस मछली को ऐसा नाम क्यों मिला है? दरअसल, इस मछली का लुक कुछ ऐसा है, जिसे आजतक इस पृथ्वी पर तो नहीं ही देखा गया था।अमेरिका के एक झील में साइंटिस्ट्स को इस एलियन फिश का अवशेष मिला है। इसका नाम Dunkleosteus रखा गया है। साइंटिस्ट्स की अब तक की रिसर्च के मुताबिक़, ये मछली पृथ्वी पर आज से करीब 360 मिलियन साल पहले रहा करती थी।
इसे अब तक की सबसे बड़ी मछली की प्रजाति कहा जा रहा है। साइंटिस्ट्स के मुताबिक़, ये पृथ्वी पर पाई गई किसी भी मछली में सबसे बड़ी थी। करोड़ों साल पहले समुद्र इनसे भरा था। लेकिन समय के साथ ये विलुप्त हो गई।नई स्टडी में इस मछली का सबूत मिला है। इसके एविडेंस नॉर्थ अमेरिका के पांच ग्रेट लेक्स में मिले हैं जो अमेरिका और कनाडा के बॉर्डर पर है। इससे पहले कहा जाता था कि Dunkleosteus तीस फ़ीट लंबे होते हैं। लेकिन सबूत के मिलने के बाद ये बात गलत निकली। इनकी हाइट 13 फीट की निकली। केस वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के डॉक्टोरल स्टूडेंट रुसेल इंगेलमान ने बताया कि इस मछली के बारे में काफी बातें गलत थी।
इसे जैसा दैत्य बताया गया था, ये वैसा नहीं है। हालांकि, ये पृथ्वी पर मिलने वाले ज्यादातर मछलियों से अलग है लेकिन किसी दैत्य की तरह नहीं है।Dunkleosteus पृथ्वी पर पाए जाने वाली मछलियों से अलग दिखती थी। इसके जबड़े काफी बड़े थे। साथ ही इतने मजबूत कि अपने दांतों के बीच में आने वाली किसी भी चीज का पाउडर बना दे, इसके अलावा इनके माथे पर एक हेलमेट का स्ट्रक्चर था। इसे किसी कवच की तरह इस्तेमाल किया जाता था। इसी हेलमेट जैसे स्ट्रक्चर की वजह से इसका फॉसिल इतने करोड़ों साल बाद मिला है। साथ ही एक और चीज इसे अन्य मछलियों से अलग करती है। वो है इसका बॉडी फॉर्मेशन। दूसरी मछलियों की तरह ये हड्डियों और कार्टिलेज से बनी थी। बताया जा रहा है कि ये सी मॉन्स्टर करीब 419 मिलियन साल पहले गायब हो गई थी जब इसे अपने पेट के हिसाब से शिकार नहीं मिला। अब एक्सपर्ट्स इसकी और डिटेल तलाश रहे हैं।
Sources:News18