मध्यप्रदेश: कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यहां भगवा झंडे और बैनरों से सजे प्रदेश पार्टी कार्यालय में हिंदू पुजारियों से रविवार को सवाल किया कि क्या हिन्दू धर्म एवं भगवा रंग का ठेका भाजपा ने ले लिया है। कमलनाथ ने संतों, पुजारियों और मंदिरों के प्रमुखों से कहा कि मंदिरों की संपत्तियों के नियंत्रण और प्रबंधन की उनकी मांग छह महीने बाद राज्य में कांग्रेस के सत्ता में लौटने के बाद पूरी की जाएगी। राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
कमलनाथ ने मध्यप्रदेश कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ के तत्वाधान में आयोजित ‘‘धर्म.संवाद’’ को संबोधित करते हुये यह बात कही।कमलनाथ ने कहा, ‘‘भारत की सबसे बड़ी शक्ति आध्यात्मिक शक्ति है जो समाज के लोगों को जोड़ती है। मंदिर का पुजारी समाज का सेवक होता है और वहीं समाज की मूल भावना आध्यामिकता की ओर लोगों को जोड़ने का काम करता है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘हम मंदिर जाते हैं, पूजा पाठ करते है तो भाजपा के पेट में दर्द होता है। क्या हिन्दू धर्म का ठेका भाजपा ने ही लिया है। क्या भगवा का ठेका भाजपा ने ही लिया है।’’कमलनाथ ने कहा, ‘‘हमारे देश की आध्यात्मिक शक्ति देश की संस्कृति से जुड़ी हैं और हमारे देश की संस्कृति के कारण ही सभी वर्ग के लोग एक झंडे के नीचे एक साथ खडे़ हैं। हमें हमारी संस्कृति की रक्षा करने के लिए संस्कृति का रक्षक बनाना है, ताकि आने वाली पीढ़ियां सुरक्षित रह सकें। उन्होंने कहा कि मंदिर का पुजारी समाज का सेवक होता है, आप सब को देश की आध्यात्मिक शक्ति को और अधिक मजबूत बनाना होगा।
कमलनाथ ने 18 दिसंबर 2018 से 23 मार्च 2020 तक की अपनी तत्कालीन कांग्रेस नीत सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘हमारी तत्कालीन 15 महीने की सरकार में हमने मंदिरों एवं मठों के उत्थान की योजनाएं प्रारंभ की, महाकाल कॉरिडोर का निर्माण कराने की पहल की, रामवन गमन पथ के लिए योजना बनायी एवं राशि स्वीकृत की तथा पुजारियों को सम्मान दिया।
’’उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के पेट में दर्द हुआ और आपके जीवन में खुशहाली आये उसके पहले ही उसने पीछे के दरवाजे से मेरी तत्कालीन सरकार गिरा दी और सौदे की अपनी सरकार 23 मार्च 2020 को बना ली और अब आपको आपका अधिकार नहीं दिया जा रहा है।
कमलनाथ ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘भाजपा केवल धर्म का उपयोग राजनीति के लिए करती है। दिखावे के लिए करती है, धर्म और आध्यात्म से उन्हें कोई सरोकार नहीं है।’’ इसके पहले कमलनाथ ने कार्यालय में राम दरबार की तस्वीर पर पूजन.अर्चन कर दीप प्रज्ज्वलित किया।