देहरादून : प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा, समिट आमंत्रण के पहले ही चरण में 12500 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव का मिलना दर्शाता है कि हम, सवा करोड़ उत्तराखंडवासियों के सपने को पूरा करने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं ।पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए श्री भट्ट ने इन्वेस्टर समिट के माध्यम से 2.5 लाख करोड़ निवेश का लक्ष्य हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी के प्रयासों की जमकर प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि राज्य के विकास और 2025 तक सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने के लिए वृहद पैमाने पर पूंजी निवेश की जरूरत को उन्होंने समझा और विशेषज्ञों, शीर्ष अधिकारियों व तकनीकी संस्थाओं से गहन विमर्श कर निवेश आकर्षित करने के लिए योजना तैयार की है ।
पीएम मोदी की सीख, बड़े उद्देश्यों के लिए लक्ष्य भी बड़े और प्रयास करने का धामी जी ने अक्षरस: पालन किया है । भट्ट ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य की जीडीपी दोगुना करने के लक्ष्य को लेकर नीति तैयार की है, जिसमे पर्यटन नीति, एमएसएमई नीति, स्टार्टअप नीति, लॉजिस्टिक्स नीति और निजी औद्योगिक स्थानों की स्थापना प्रमुखता शामिल है। यही वजह है कि इन सभी विषयों को लेकर निवेशकों को आकर्षित करने की बड़ी और सफल शुरुआत मुख्यमंत्री ने अपने लंदन दौरे से की है । जहां से वे उम्मीद से बढ़कर लगभग 12500 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश एमओयू साइन किए गए हैं जिनमें अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों की परियोजनाओं में तकनीकी निवेश के हैं। जिसमे रोप वे निर्माण एवं उसके लिए जरूरी कलपुर्जे की इकाई स्थापित करने, पर्यटन एवं आयुर्वेदिक क्षेत्र प्रमुखता शामिल हैं ।
श्री भट्ट ने कहा, मुख्यमंत्री धामी इस दौरे में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की संभावनाओं वाले राज्य की तस्वीर स्थापित करने में सफल हुए हैं । जिसको निवेश आमंत्रण के आगे होने वाले चरणों में दोहराकर, वे 8-9 दिसंबर में होने वाले ग्लोबल समिट के लिए तय लक्ष्य को प्राप्त करने में अवश्य सफल होंगे ।इस दौरान कांग्रेसी प्रतिक्रियाओं को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ये वही लोग हैं, जिन्होंने अपनी सरकारों में राज्य में निवेश को लेकर कभी कोई गंभीर प्रयास नहीं किए ।
इतना ही नहीं, अटल सरकार के दिए विशेष औधौगिक पैकेज को अपनी यूपीए सरकार में वापिस लेकर उद्योगों को यहां से पलायन करवाने का पाप किया । उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि विकास के लिए होने वाले निवेश से इन्हे कोई मतलब नहीं है, बल्कि इन्हे चिंता अपनी जेबों में होने वाले निवेश की है । उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री धामी की लीडरशिप में जिस तरह सरकार जी तोड़ मेहनत कर रही है उससे वह स्पष्ट हो रहा है कि राज्य के आर्थिक विकास में यह ग्लोबल इन्वेस्टर सबमिट एक मील का पत्थर साबित होगा।