पक्षियों की दुनिया में हमिंगबर्ड़ या गुंजन पक्षी ही ऐसा एक पक्षी है जो पीछे की ओर उड़ने में सक्षम है। यह पक्षी इस तरह से पीछे उड़ पाता है कि जिससे ऐसा लगता है कि किसी ने इसमें रिवर्स गियर लगा दिया हो। इसमें यह क्षमता इनकी खास पंखों और मांसपेशियों की सरंचना की वजह से आती है।
दुनिया के अधिकांश पक्षी आगे की ओर एक ही दिशा में उड़ सकते हैं। लेकिन क्या कभी कोई ऐसा पक्षी देखा है जो कि पीछे की ओर भी उड़ सकता है जैसा कि रिवर्स गियर लग गया हो। हमिंगबर्ड इसी तरह का पक्षी माना जाता है। इतना ही नहीं हमिंगबर्ड में बहुत ही शानदार उड़ने संबंधी क्षमताएं होती हैं। आखिर ऐसा क्यों है। हमिंगबर्ड में ऐसी क्षमता कहां से आती है जिससे वह आगे पीछे दोनों तरफ से उड़ सकता है। क्या इसका रहस्य उनके पंखों में है या उनकी मांसपेशियों में या फिर उनके छोटे आकार की वजह से ऐसा हो पाता है।
हमिंगबर्ड के पंख बहुत ही तेजी से फड़फड़ाते हैं जिससे गुंजन करने वाली आवाज आती है। कम लोग जानते हैं कि हमिंग बर्ड इतनी तेजी से पंख फड़फड़ा सकते हैं जिससे उनकी गति 80 बीट प्रति सेंकेड की हो सकती है। इतना ही नहीं इस दौरान उनके दिल की घड़कने की दर 1260 बीट प्रति मिनट की हो जाती है।
इतनी तेज गति किसी और पक्षी में अब तक नहीं देखी गई है और यह गुण हमिंगबर्ड को बाकी पक्षियों से अलग करता है। हो सकता है कि इसके लिए उनकी शरीर का छोटा आकार मदद करता हो। ये दुनाय के सबसे छोटे प्रवासी पक्षी माने जाते हैं। इनकी लंबाई केवल 7। 5-13 सेमी होती है जबकि इनका वजन केवल 4-8 ग्राम ही होता है।
हमिंगबर्ड बहुत ही फुर्तीले पक्षी माने जाते हैं। उनका मैटाबॉलिज्म बहुत ही तेज होता हैऔर वास्तव में मादा चौड़ी पूंछ वाली हमिंगबर्ड तो 12 साल तक जी लेती हैं जो कि उनके आकार के पक्षियों के लिहाज से बहुत अधिक है। फिर भी कई खूबियों से लैस हमिंगबर्ड की सबसे बड़ी खूबी रिवर्स गियर की तरह पीछे उड़ पाने की अतिरिक्त क्षमता है।
हमिंगबर्ड के पंखों और मांसपेशियों की खास तरह की संरचना होती हैजिससे उनमें उडने के दौरान खास तरह की नियंत्रण क्षमता विकसित हो जाती है जो कि दूसरे पक्षियों में देखने को नहीं मिलती है। इसके जरिए हमिंगबर्ड को अपस्ट्रोक के दौरान 25 फीसदी भार सहयोग मिलता है, तो वहीं डाउनस्ट्रोक के दौरान 75 फीसदी सहयोग मिलता है। इससे वे 8 के आकार कि गतिविधि करते हैं और आसानी से हवा में पीछे की ओर उड़ लेते हैं।
चूंकि हमिंगबर्ड के शरीर में गतिविधि बहुत ही अधिक होती है। इस वजह से उनकी ऊर्जा भी खासी खर्च होती है और वे हमेशा भूखे रहते हैं। उन्हें रोज अपने शरीर के भार के आधे वजन के जितने भोजन की जरूरत पड़ती है। और इसमें से भी अधिकांश परागों से बनता है लेकिन इसके साथ ही वे छोटे कीड़े और मकड़ी भी खाते हैं। अकेले अमरिका में ही 350 से अधिक प्रजातियों के हमिंगबर्ड रहते हैं।
वहीं दूसरे पक्षियों में पीछे उड़ पाने की क्षमता नहीं होती है क्योंकि उनके पंखों की सरंचना इसमें उनकी सहायक नहीं हो पाती है। उनकी मांसपेशियां तो पंख नीचे करने के लिए बहुत मजबूत होती है, लेकिन पंख ऊपर करने के लिहाज से बहुत कमजोर होती हैं। इससे होता यही है कि हवा पीछे की ओर जाकर उन्हें आसानी से आगे तो धकेल देती है, लेकिन इसका उल्टा नहीं हो पाता है।
Sources:news 18