दुनिया में एक से एक अजेय किले रहे हैं, जिन पर कई बार आक्रमण हुआ, लेकिन कोई दुश्मन उसकी सरहद तक नहीं पहुंच सका। आज हम आपको एक ऐसे ही किले के बारे में बताने जा रहे हैं जो सैकड़ों साल से अजेय खड़ा है। कोई भी दुश्मन उसे कभी जीत नहीं पाया। कुमामोतो कैसल या काला महल के नाम से मशहूर यह किला जापान के कुमामोतो शहर में है। यह किला देखने में जितना विचित्र लगता है, इसकी कहानी और भी दिलचस्प है।
कुमामोतो कैसल जापान के चार बड़े द्वीपों में से एक क्यूशू के कुमामोतो शहर में स्थित है। इसकी सबसे बड़ी खूबी इसका रंग है। दुनिया में आपने जितने भी किले देखे होंगे वे ज्यादातर पत्थरों के बने हुए हैं। जिनका रंग लाल है या फिर सफेद, लेकिन कुमामोतो कैसल बिल्कुल काला है, जो आम तौर पर किसी इमारत का रंग नहीं होता। जापान में मात्सुमोतो का तेल जैसे रंग वाला कारासु-जो यानी कौवा किला भी है, लेकिन कुमामोतो कैसल की बात ही कुछ अलग है।
इसका रंग काला क्यों है?
आप सोच रहे होंगे कि इसका रंग काला क्यों है? तो इसके पीछे इतिहास में जाना होगा। कुमामोतो कैसल को करीब 400 साल पहले 1607 में बनाया गया था। उस वक्त जापान में सूबेदारों और सामंतों की जंग छिड़ी हुई थी। सामंत टोयोटोमी हिडेयोशी की मौत के बाद उनके सेनापति रहे काटो कियोमासा ने इस किले को बनवाया था। यह काफी मजबूत है। इसमें 29 फाटक और 49 निगरानी टॉवर लगे हुए हैं। शिमाजु कुनबे के लोगों ने कब्जा करने के इरादे से इस पर हमला किया, लेकिन इसका बाल बांका नहीं
200 साल बाद फिर हमला
200 साल बाद इस पर फिर कब्जे की कोशिश हुई। समुराई ने हमला बोला। आसपास के कई इलाके जला दिए। तमाम लोगों को मार डाला। लेकिन वे किले पर कब्जा करने में नाकाम रहे। 2 साल पहले जापान सरकार ने इस किले की मरम्मत कराई। इस पर 63 अरब येन से ज्यादा रकम खर्च की। आज यह मशहूर टूरिस्ट स्पॉट बना हुआ है। काफी संख्या में लोग इस किले को देखने के लिए जाते हैं।
Sources:News 18
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