देहरादून: इंसान को जब शराब हजम न हो तो पीना ही नहीं चाहिए, लेकिन ये सुरा भी ऐसी है जब इसका सुरूर सवार हो जाता है तो इंसान अपने सारे दायरे और हद को दरकिनार कर देता है फिर भले ही वो किसी उच्च पद पर है या सभ्रंत है ये मायने नहीं रखता। ऐसा ही एक मामला सामने आया है एफआरआई के साइंटिस्ट डॉ रमा कांत का ।
आपको बता दें कि डा0 रमाकांत ने होली के मौके पर सुरा के सुरूर में अपनी सारी हदें पार कर दीं और अपने पड़ोसी जो कि उत्तराखंड कैडर के आईएफएस हैं और उनकी पत्नी भी एफआरआई में डॉक्टर हैं उनसे बदसलूकी करने लगे। इतना ही नहीं इन जनाब ने अपनी पोजीशन का तो ख्याल रखा ही नहीं वहीं शराब के नशे में ये दिन भर पार्टी और डीजे में डांस करने के बाद नशे में ही शाम को सड़क खोदने लगे।
जिस पर आईएफएस दंपति ने मना किया, उनके मना करने पर ये जनाब आग बबूला हो गए और उनसे बदसलूकी करने पर तो उतर ही गये साथ ही गाली गलौज करने लगे,जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस शराब के नशे में धुत डॉ रमा कांत को पंडितवाड़ी पुलिस चौकी ले आई लेकिन वहां पहुंचकर भी उन्होंने हंगामा किया। जिस पर डॉ रमाकांत को मेडिकल के लिए प्रेम नगर हॉस्पिटल ले जाया गया है। मेडिकल कराने के बाद डॉ रमा कांत को गढ़ी कैंट थाने आगे की कार्यवाही के लिये ले जाया गया। देर रात डॉ रमाकांत को जमानत दी गयी। एक साइंटिस्ट द्वारा होली के त्योहार में इस तरह शराब पीकर थाने पहुचने की खबर को लेकर एफआरआई मे भी उनके नाम के चर्चा आम है।