सोमवार की सुबह कुछ नाबालिगों द्वारा गणेश पंडाल पर पत्थरबाजी के बाद गुजरात के सूरत जिले में तनाव व्याप्त हो गया। यह घटना शहर के सैयदपुरा इलाके में हुई, जिसके बाद हजारों स्थानीय लोग स्थानीय पुलिस इकाई के पास पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। घटना की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मौके पर पहुंचा। पुलिस ने गुस्साई भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम गहलोत ने कहा, ‘कुछ बच्चों ने गणेश पंडाल पर पथराव किया जिसके बाद झड़प हो गई।
पुलिस ने तुरंत उन बच्चों को वहां से हटा दिया… इलाके में तुरंत पुलिस तैनात कर दी गई। जहां जरूरत थी, वहां लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया… शांति भंग करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। चारों तरफ करीब 1,000 पुलिसकर्मी तैनात हैं। और यहां आम जनता भी मौजूद है..’ करीब 2.30 बजे गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी और स्थानीय भाजपा विधायक कांति बलार भी घटनास्थल पर पहुंचे और इलाके में तनाव कम करने के लिए स्थानीय लोगों से बात की। संघवी के मुताबिक, गणेश पंडाल पर कथित तौर पर पथराव करने वाले छह नाबालिगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
इसके अलावा, पुलिस ने 27 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है जिन्होंने कथित तौर पर पथराव को बढ़ावा दिया था। पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी साझा करते हुए संघवी ने कहा कि अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया गया है। सांघवी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा ‘ जैसा कि मैंने वादा किया था,हमने सूर्याेदय से पहले पत्थरबाजों को पकड़ लिया है! 6ः30 बजे 27 पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया गया, सीसीटीवी, वीडियो विजुअल, ड्रोन विजुअल और अन्य तकनीकी निगरानी कार्य अभी भी जारी है। सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमारी टीमों ने पूरी रात काम किया है और पत्थरबाजों की पहचान करने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए अभी भी काम कर रही हैं।