
भोपाल : माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के प्रोड्यूसर डॉ. मनोज पटेल की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘परिवर्तन: गाँव की कहानी, सिनेमा की जुबानी’ को राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित 6वें राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह समारोह केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर के प्रतिभागियों ने ग्रामीण विकास से जुड़ी कहानियों पर आधारित फिल्में प्रस्तुत कीं।
फिल्म ‘परिवर्तन’ को समाज थीम के अंतर्गत यह सम्मान प्राप्त हुआ है। इस वर्ष फेस्टिवल का मुख्य विषय ‘पारिवारिक जीवन, समाज और आर्थिक व्यवस्था’ था। डॉ. पटेल की डॉक्यूमेंट्री में गाँवों में आए सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों के साथ-साथ भारतीय सिनेमा में गाँव की छवि और उसकी प्रस्तुति में आए बदलावों को प्रभावी रूप में दर्शाया गया है। फिल्म का निर्देशन एवं संपादन डॉ. मनोज पटेल ने स्वयं किया है, जबकि इसकी पटकथा डॉ. केशव पटेल द्वारा लिखी गई है। डॉक्यूमेंट्री में संदीप शर्मा की आवाज का योगदान भी सराहनीय है।
डॉ. पटेल ने फिल्म को मिले पुरस्कार को ग्रामीण विकास और सिनेमा के क्षेत्र में कार्य कर रहे कलाकारों और तकनीशियनों के लिए प्रेरणा बताया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह सफलता अन्य लोगों को भी ग्रामीण विकास के मुद्दों पर फिल्म निर्माण की ओर प्रेरित करेगी। इससे पहले भी डॉ. पटेल की ग्राम विकास पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्में ‘बाचा : द राइजिंग विलेज’ और ‘गो-वर’ को भी सम्मान मिल चुका है। सिनेमा के क्षेत्र में उनकी गहन रुचि का प्रमाण यह भी है कि उन्होंने अपना शोध कार्य भी सिनेमा पर केंद्रित किया है।