
उत्तरकाशी : जिले में इस हफ्ते की शुरुआत में आई अचानक बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही मच गई। इस आपदा में कई लोगों की जान चली गई, जबकि 49 लोग अब भी लापता हैं। जिला प्रशासन ने चार मौतों की पुष्टि की है। प्रभावित धराली क्षेत्र का संपर्क अब भी कटा हुआ है। मंगलवार को राहत और बचाव दलों ने यहां से 729 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के चार हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में जुटे हैं और अभियान के पांचवें दिन भी उड़ान भर रहे हैं। शनिवार सुबह जोलीग्रांट हवाई अड्डे से एक चिनूक हेलीकॉप्टर ने राहत शिविर के लिए जनरेटर सेट लेकर उड़ान भरी, क्योंकि अचानक बाढ़ से धराली और आसपास के इलाकों में बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है।
अधिकारियों के अनुसार, गंगनानी के पास लिम्चागाड़ में एक बेली ब्रिज का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है ताकि सड़क संपर्क जल्द बहाल किया जा सके। निर्माण कार्य रातभर जारी रहा और इसे अगले 24 घंटे में पूरा करने का लक्ष्य है। गंगोत्री राजमार्ग कई स्थानों पर टूटने और बंद होने के कारण उन्नत उपकरण प्रभावित इलाके तक पहुंचाने में मुश्किलें हो रही हैं, जिससे मलबे में दबे लापता लोगों की तलाश प्रभावित हो रही है।