
दिल्ली : इस साल छठ पूजा को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर त्योहार की तैयारियों का जायजा लिया और कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने बताया कि वर्षों से यमुना नदी पर छठ पूजा पर प्रतिबंध लगा हुआ था, जिससे सरकार पूजा का आयोजन नहीं कर रही थी। लेकिन इस बार सरकार ने वह प्रतिबंध हटा दिया है और शहर में छठ पूजा को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना नदी के किनारे 17 स्थानों पर आदर्श छठ घाट बनाए जा रहे हैं। इस वर्ष, शहर में छठ पूजा स्थलों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में काफी बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष केवल 929 स्थानों पर छठ कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, जबकि इस बार समितियों से 1000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। सरकार इन सभी घाटों के लिए टेंट, बिजली, स्वच्छता और शौचालय जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराएगी। प्रत्येक जिले और उप-जिले में कम से कम एक आदर्श छठ घाट बनाया जाएगा।
छठ व्रतियों के स्वागत के लिए पूरे दिल्ली में भव्य स्वागत द्वार बनाए जाएंगे और उन पर पुष्प वर्षा की जाएगी। इसके अलावा, धार्मिक माहौल बनाए रखने के लिए भोजपुरी और मैथिली भाषाओं में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि श्रद्धालु स्वच्छ जल में खड़े होकर पूजा-अर्चना कर सकें और सभी कार्यक्रम बिना किसी बाधा के संपन्न हों।
इस उद्देश्य के लिए आज से विशेष स्वच्छता अभियान भी शुरू किया जा रहा है, जिसमें सांसद, विधायक और पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में सभी छठ घाटों पर जाकर सफाई अभियान चलाएँगे। रेखा गुप्ता ने यह भी बताया कि 2021 में यमुना नदी पर छठ पूजा करने गए कुछ लोगों के खिलाफ धारा 188 आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। पिछली सरकारों द्वारा दर्ज किए गए सभी मामले उनकी सरकार के तहत वापस लिए जाएंगे।साथ ही मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता पर भी बात की और कहा कि दिवाली के अगले दिन के आंकड़ों की तुलना पिछली सरकारों से करने पर प्रदूषण में कमी देखी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।








