
नई दिल्ली : उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर राज्य में चल रही सैनिक कल्याण योजनाओं और उनसे जुड़े प्रयासों की जानकारी दी। इस भेंट को शिष्टाचार भेंट के रूप में देखा गया, लेकिन चर्चा कई अहम मुद्दों पर केंद्रित रही। मंत्री गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री को उत्तराखंड में पूर्व सैनिकों, शहीदों के परिजनों और सेवारत सैनिकों के हित में राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने विशेष रूप से राज्य में निर्माणाधीन “सैन्यधाम परियोजना” की प्रगति का विवरण भी साझा किया, जो उत्तराखंड की वीरभूमि के सम्मान में बनाई जा रही है। गणेश जोशी ने बताया कि यह सैन्यधाम न केवल उत्तराखंड के वीर शहीदों की स्मृति को संरक्षित करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्थल के रूप में भी कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि हर शहीद परिवार को यह महसूस हो कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया।
भेंट के दौरान मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा दीपावली से पहले पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए दी गई बड़ी सौगात के लिए भी रक्षा मंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने निराश्रयता अनुदान को 4,000 रुपये से बढ़ाकर 8,000 रुपये कर दिया है, जिससे उन पूर्व सैनिकों को राहत मिलेगी जो जीवन के कठिन दौर में हैं। इसके अलावा, शिक्षा अनुदान को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये तथा विवाह अनुदान को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने का निर्णय भी ऐतिहासिक कदम है।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि ये बढ़ोतरी केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि पूर्व सैनिकों के योगदान के प्रति सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में केंद्र सरकार की सैनिक हितैषी नीतियों की सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री की सोच ने देश के जवानों और उनके परिवारों में नया विश्वास जगाया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तराखंड सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य हमेशा से वीर सैनिकों की भूमि रहा है और यहां के लोग देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने राज्य सरकार को आश्वासन दिया कि रक्षा मंत्रालय की ओर से सैनिकों और उनके परिवारों के हित में हरसंभव सहयोग जारी रहेगा।
गणेश जोशी ने मुलाकात के दौरान यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार सैनिकों और शहीद परिवारों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में पूर्व सैनिकों के पुनर्वास, रोजगार, और सम्मान के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं, ताकि हर सैनिक परिवार को यह महसूस हो कि राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है।
यह मुलाकात न केवल औपचारिक थी बल्कि इसका संदेश स्पष्ट था — उत्तराखंड की वीरभूमि के जवानों का सम्मान केंद्र और राज्य, दोनों सरकारों की प्राथमिकता में है। दीपावली से पहले मिली इस सौगात ने हजारों पूर्व सैनिक परिवारों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है और यह संदेश दिया है कि देश अपने रक्षकों को कभी नहीं भूलता।







