
देहरादून : मंगलवार को आयोजित “बेस्ट ऑफ माय सिटी” कार्यक्रम में प्रदेश की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना केवल सरकार का नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित देश के रूप में स्थापित करने का जो लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा है, उसे साकार करने के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने स्तर से योगदान देना होगा। मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह केवल एक राजनीतिक लक्ष्य नहीं, बल्कि हर भारतीय के आत्मगौरव और राष्ट्रीय संकल्प का प्रतीक है, जिसे सामूहिक प्रयासों और कर्मठता से ही हासिल किया जा सकता है।
रेखा आर्या ने कहा कि देश तभी विकसित हो सकता है जब प्रत्येक व्यक्ति अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता लाने का प्रयास करे। चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासन, उद्योग, सेवा क्षेत्र या सामाजिक सरोकारों का क्षेत्र हो, हर जगह समर्पित कर्म ही देश को आगे बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत सफलता जितनी महत्वपूर्ण है, उससे कहीं अधिक ज़रूरी है कि संस्थागत और सामूहिक स्तर पर हम सफलता की मिसालें कायम करें। उन्होंने बताया कि जब कोई संस्था, संगठन या समुदाय अपनी सामूहिक क्षमता से परिवर्तन लाता है, तभी वह समाज के विकास में स्थायी योगदान दे पाता है।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत 2047” के विजन में महिलाओं और युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जब तक देश की आधी आबादी यानी महिलाएं सशक्त नहीं होंगी, तब तक विकास अधूरा रहेगा। इस दिशा में उत्तराखंड सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है। राज्य में महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता, और बाल विकास से जुड़ी कई योजनाएं चल रही हैं, जिनका उद्देश्य समाज के हर वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आर्थिक और सामाजिक स्थिति मजबूत होने से न केवल परिवार सशक्त होगा, बल्कि पूरा समाज और राष्ट्र भी विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा।
रेखा आर्या ने बताया कि सरकार की प्राथमिकता है कि महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनें, बल्कि नेतृत्व की भूमिकाओं में भी आगे आएं। उन्होंने कहा कि महिला समूहों को आर्थिक गतिविधियों से जोड़कर आजीविका बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही, पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी लगातार सुधार किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी मजबूत और जागरूक बन सके।
इस अवसर पर मंत्री ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले लोगों को सम्मानित किया। “बेस्ट ऑफ माय सिटी” कार्यक्रम में उन अचीवर्स को सम्मानित किया गया जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर समाज में प्रेरणा का संदेश दिया। इनमें शिक्षा, उद्यमिता, सामाजिक सेवा, कला, संस्कृति और खेल से जुड़े लोग शामिल थे। रेखा आर्या ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं और दूसरों को भी बेहतर करने की प्रेरणा देते हैं।
समारोह में अमर उजाला के स्थानीय संपादक अनूप बाजपेई, महाप्रबंधक प्रवीण शर्मा, विनीत मिश्रा, नवीन शुक्ला सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों ने भी प्रधानमंत्री के “विकसित भारत 2047” संकल्प को साकार करने के लिए अपने विचार साझा किए और कहा कि राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक व्यक्ति का योगदान आवश्यक है।
रेखा आर्या ने अंत में कहा कि यदि हम सब मिलकर संकल्प लें कि अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी, निष्ठा और मेहनत से काम करेंगे, तो भारत को विकसित राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि यह यात्रा लंबी जरूर है, लेकिन हर कदम के साथ यह लक्ष्य और निकट आता जाएगा।





