
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार सुबह मुनस्यारी पहुंचे तो माहौल बेहद आत्मीय और उत्साह से भरा हुआ था। पहाड़ की ठंडी हवा और सुबह की नमी के बीच सीएम धामी ने अपने पुराने दिनों की यादें ताजा कीं। उन्होंने हमेशा की तरह इस बार भी सादगी का परिचय देते हुए अपने पसंदीदा ठिकाने — रोडवेज बस स्टेशन स्थित मशहूर हीरा टी स्टॉल का रुख किया। यही वह जगह है जहाँ छात्र जीवन में वह अपने साथियों के साथ बैठकर चाय पीते थे और बातें करते थे। इस बार भी उन्होंने अपने पुराने दोस्तों के साथ गुड़ वाली चाय की चुस्कियां लीं और बीते दिनों को याद करते हुए मुस्कुराए।
सीएम धामी ने चाय की तारीफ करते हुए कहा कि हीरा टी स्टॉल की चाय का स्वाद वही पुराना है, जो आज भी दिल को सुकून देता है। आसपास मौजूद लोगों ने जब मुख्यमंत्री को पुराने अंदाज़ में चाय पीते देखा तो माहौल गर्मजोशी से भर गया। हर कोई उनके पास पहुंचकर अभिवादन करना चाहता था, वहीं मुख्यमंत्री ने भी सबका प्यार और स्नेह स्वीकार करते हुए आत्मीयता से बातचीत की।
इसी दौरान हीरा टी स्टॉल पर मौजूद स्थानीय बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्ण कुमार आर्या ने मुख्यमंत्री के सामने एक अहम मांग रखी। उन्होंने कहा कि मुनस्यारी क्षेत्र में प्रतिभावान खिलाड़ी तो बहुत हैं, लेकिन खेल के लिए उचित स्थान और सुविधाएं नहीं हैं। युवाओं को अगर एक इंडोर बैडमिंटन हॉल मिल जाए तो वे बेहतर अभ्यास कर सकेंगे और राज्य का नाम रोशन कर पाएंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने यह बात सुनते ही बिना किसी देरी के वहीं पर घोषणा कर दी कि मुनस्यारी में एक आधुनिक इंडोर बैडमिंटन हॉल बनाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को इस दिशा में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री के इस त्वरित निर्णय से वहां मौजूद सभी लोग बेहद खुश हुए।
स्थानीय लोगों ने कहा कि यह घोषणा मुनस्यारी के युवाओं के लिए बहुत बड़ी सौगात है। अब उन्हें खेल प्रशिक्षण के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। क्षेत्र के खिलाड़ियों और युवाओं ने मुख्यमंत्री धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका यह कदम न केवल खेल संस्कृति को बढ़ावा देगा, बल्कि मुनस्यारी के बच्चों में भी नई ऊर्जा और प्रेरणा जगाएगा।
टी स्टॉल पर मौजूद लोगों ने बताया कि मुख्यमंत्री भले ही आज प्रदेश के शीर्ष पद पर हैं, लेकिन उनका दिल आज भी उतना ही सरल और जमीन से जुड़ा है। वह जब भी अपने पुराने साथियों से मिलते हैं, तो बिल्कुल उसी सादगी से पेश आते हैं जैसे पहले। चाय की महक, ठंडी सुबह और पुरानी यादों के बीच मुख्यमंत्री का यह दौरा लोगों के दिलों में हमेशा के लिए एक यादगार पल बन गया।





