
देहरादून: उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस को लेकर राजधानी में तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार का स्थापना दिवस विशेष होने जा रहा है, क्योंकि पहली बार देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करेंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा राज्य के लिए ऐतिहासिक अवसर माना जा रहा है।राज्य स्थापना दिवस के मौके पर विधानसभा में आयोजित विशेष सत्र की तैयारियों की समीक्षा विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने बुधवार को अधिकारियों के साथ की। बैठक में उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था, अतिथियों के स्वागत, प्रोटोकॉल और तकनीकी व्यवस्थाओं को लेकर विस्तृत निर्देश दिए।
विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से कहा कि राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सभी विभाग पूरी सजगता और समन्वय के साथ कार्य करें ताकि कार्यक्रम का संचालन शालीनता और गरिमा के साथ संपन्न हो सके।
उन्होंने कहा कि यह राज्य के गौरव का क्षण है जब राष्ट्रपति जी उत्तराखंड की जनता को सीधे संबोधित करेंगी। ऐसे में सभी तैयारियां समय पर और उच्च स्तर की होनी चाहिए। विधानसभा परिसर को सुंदरता और स्वच्छता के दृष्टिकोण से सजाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
बताया गया है कि स्थापना दिवस के मुख्य कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायकों के साथ ही वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इस विशेष सत्र में राज्य के 25 वर्ष के विकास यात्रा पर चर्चा और आगामी 25 वर्षों के “उत्तराखंड@50” विजन पर भी विचार-विमर्श किए जाने की संभावना है।
राज्य स्थापना दिवस के अन्य कार्यक्रमों में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पुरस्कार वितरण समारोह और प्रदेश की उपलब्धियों पर आधारित प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासनिक अधिकारी कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हैं ताकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यात्रा को सफल और यादगार बनाया जा सके।






