
ऋषिकेश : एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। हीरा लाल मार्ग पर स्थित एक कबाड़ी की दुकान में अचानक लगी भीषण आग ने देखते ही देखते सब कुछ राख में बदल दिया। हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही जलकर मौत हो गई। सुबह लगभग चार बजे के करीब उठी आग की लपटों ने आसपास के लोगों को नींद से जगा दिया, और मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लोग आग पर काबू पाने के लिए दौड़े, लेकिन तब तक आग इतनी फैल चुकी थी कि उसे नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।
सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन दल की गाड़ियाँ घटनास्थल पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। स्थानीय लोगों ने भी पानी की बाल्टियों और पाइपों से आग बुझाने में मदद की, लेकिन तब तक कबाड़ी की दुकान पूरी तरह जल चुकी थी। आग इतनी भयावह थी कि उसमें मौजूद व्यक्ति को बाहर निकलने का कोई मौका नहीं मिल सका। जब तक लपटें शांत हुईं, तब तक व्यक्ति की मौत हो चुकी थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग अचानक भड़की थी और पहले जोरदार धमाका हुआ, जिसके बाद दुकान से धुआं और लपटें उठने लगीं। लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। आसपास की दुकानों और घरों को भी खतरा होने लगा था, लेकिन समय रहते आग को सीमित कर लिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और क्षेत्र में सन्नाटा छा गया।
कोतवाली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मृत व्यक्ति की पहचान की जा रही है। फिलहाल शव को एम्स ऋषिकेश भेजा गया है, जहां पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। पुलिस टीम फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से घटनास्थल की बारीकी से जांच कर रही है।
घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि मृतक अक्सर दुकान में ही रात गुजारता था और उसी समय हादसा हो गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मृतक के परिवार को सहायता और मुआवजे की मांग की है। यह दर्दनाक हादसा न केवल इलाके में दहशत छोड़ गया, बल्कि इसने एक बार फिर आग से सुरक्षा के इंतज़ामों की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।






