
हरियाणा : पानीपत में सामने आए बहुचर्चित साइको किलिंग मामले में पुलिस पूछताछ के दौरान लगातार चौंकाने वाले तथ्य उजागर हो रहे हैं। गिरफ्तार की गई महिला पूनम ने स्वीकार किया कि सुंदर दिखने वाली बच्चियों को देखकर उसके भीतर गुस्सा पैदा होता था। उसका कहना है कि शादी से पहले उसके मन में ऐसी भावना नहीं थी, लेकिन 2019 में शादी के बाद बेटे के जन्म के एक साल भीतर उसके व्यवहार में बदलाव आने लगा। वह हर बच्ची की सुंदरता की तुलना अपने बेटे से करती थी, और कोई बच्ची बेटे से अधिक सुंदर दिखती तो उसे तीव्र क्रोध आता था। इसी मानसिकता ने उसे लगातार चार बच्चों की हत्या करने के लिए प्रेरित किया, जिनमें तीन बच्चियां और उसका खुद का बेटा शामिल हैं।
पूनम ने पहली वारदात जनवरी 2023 में की, जब उसकी ननद पिंकी की नौ वर्षीय बेटी इशिका मायके में आई हुई थी। इशिका को बहुत सुंदर समझकर वह उसे सहन नहीं कर पा रही थी और मौका मिलते ही उसे घर में भरे पानी के गड्ढे में डुबोकर मार डाला। तभी उसका तीन साल का बेटा शुभम घटना देख बैठा, जिसके राज खोल देने के डर से उसने उसे भी पानी में डुबोकर खत्म कर दिया। परिजनों ने इसे हादसा समझ लिया।
ससुराल में दो मौतों के बाद अगला कदम उसने मायके में उठाया। अगस्त 2025 में सिवाह गांव में उसने अपने चचेरे भाई की छह वर्षीय बेटी जिया को निशाना बनाया। पूनम ने बताया कि वह जिया को शुरू से ही अत्यधिक सुंदर मानती थी और मौका मिलते ही उसे पानी की हौद में डुबोकर मार दिया।
सबसे हालिया घटना एक दिसंबर को सामने आई, जब नौल्था गांव में अमन के विवाह समारोह के दौरान छह वर्षीय विधि का शव घर की पहली मंजिल पर स्थित स्टोर रूम में छोटे पानी के टब में मिला। विधि उसके जेठ संदीप की बेटी थी। परिवार को शक हुआ क्योंकि टब इतना छोटा था कि बच्ची का उसमें दुर्घटनावश डूबना संभव नहीं था। शादी में शामिल कई महिलाओं ने बताया कि विधि के लापता होने के समय पूनम कुछ देर के लिए गायब थी और लौटते समय उसकी साड़ी भीगी हुई थी। संदेह गहराने पर पुलिस ने पूछताछ की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या की पुष्टि हुई।
कड़े सवालों के बीच पूनम ने विधि की हत्या स्वीकार की और आगे पूछताछ में सभी चार हत्याओं का खुलासा किया। उसने बताया कि वह हत्या ऐसे तरीके से करती थी कि वह हादसा लगे, इसलिए हमेशा बच्चों को पानी में डुबोती थी। पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह के अनुसार आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। विधि के मामले में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है, जबकि बाकी तीन मामलों में परिजनों से तहरीर लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।




