राइंका सूखीढांग में भोजनमाता नियुक्ति के विवाद का संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीआईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। चल्थी पुलिस चौकी प्रभारी देवेंद्र बिष्ट ने शुक्रवार को विद्यालय में जाकर विवाद की जानकारी जुटाई है। हटाई गई एससी वर्ग की भोजनमाता ने भी डीएम से मामले की शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
राइंका सूखीढांग में भोजनमाता की नियुक्ति का मामला विवादित हो गया था। पहले सामान्य जाति की महिला का चयन होने के बाद कॉलेज प्रशासन ने कथित तौर गुपचुप तरीके से एससी महिला को भोजनमाता नियुक्त किया था। विवाद इतना बढ़ गया कि स्कूल में पढ़ रहे सामान्य जाति के बच्चों ने भोजनमाता के हाथों पका भोजन खाना छोड़ दिया। मामला उजागर हुआ तो शिक्षा विभाग और प्रशासन में खलबली मच गई थी।
मामले की जांच में आए एडी बेसिक अजय नौटियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी पुरोहित और बीईओ अंशुल बिष्ट ने जांच कर भोजनमाता की नियुक्ति को अवैधानिक करार देते हुए रद्द कर दिया है। अब जल्द विज्ञप्ति जारी कर नए सिरे से भोजनमाता की नियुक्ति होगी।