प्रधानमंत्री का काफिला कल तकरीबन 20 मिनट तक अत्यंत संवेदनशील और असुरक्षित एरिया में रुका रहा। इस दौरान अधिकारियों की सांसें थम गईं। वजह यह थी कि जिस इलाके में मोदी का काफिला रुका था, वह आतंकियों के अलावा हेरोइन तस्करों का गढ़ माना जाता रहा है।
आपको बता दें कि पिछले साल सितंबर माह में इसी इलाके में आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया था। लिहाजा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अलावा पीएम सिक्योरिटी के तमाम अधिकारियों के चेहरे पर परेशानी की लकीरें खिंचना जायज था।
गौरतलब है कि तलवाई भाई से कुछ ही दूरी पर जहां पी.एम का काफिला रुका,वहां से भारत.पाक सीमा महज 30 किलोमीटर की दूरी पर है और इस क्षेत्र में लगातार टिफिन बम और अन्य विस्फोटक पदार्थ मिलते रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक बठिंडा एयरपोर्ट पर उतरने के बाद प्रधानमंत्री सड़क के रास्ते फिरोजपुर के लिए रवाना हुए। उनका काफिला बठिंडा.फिरोजपुर फोरलेन से होते हुए निकला। एसपीजी प्रोटोकॉल के तहत प्रधानमंत्री के आने.जाने के लिए जो रूट इस्तेमाल किया जाता है, उस रास्ते की हर तरह से जांच की जाती है।