देहरादून : नशा मुक्ति केन्द्र से लाये मरीज की मृत्यु मामले से गुस्साये परिजनों ने अस्पताल के डाक्टरों और स्टाफ से मारपीट करी, जिसके बाद जिला अस्पताल,(कोरोनेशन अस्पताल) में डॉक्टर और कर्मचारियों ने मारपीट के विरोध में आज आक्रोशित डॉक्टर और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। इतना ही नहीं डॉक्टर और कर्मचारियों ने अस्पताल के मुख्य गेट पर ताला भी लगा दिया जिसके चलते अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं ठप कर दी गई हैं। ओपीडी में आज ना दवाई मिल रही है और ना ही उपचार दिया जा रहा है।
अस्पताल परिसर मे भारी पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद है। गौरतलब है कि मृतक युवक के परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र पर भी मारपीट का आरोप लगाया है। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठाई है। उधर कोरोनेशन जिला अस्पताल के साथ गांधी शताब्दी अस्पताल में भी हड़ताल हो गई है। फार्मासिस्ट,नर्सिंग और फिजियोथेरेपी ने भी समर्थन दिया। इसके अलावा रायपुर और प्रेमनगर सीएचसी में भी डॉक्टर और कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है।
शहर के प्रमुख अस्पतालों में हड़ताल से मरीज हलकान हैं। मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कोरोनेशन अस्पताल में पीएमएचएस,फार्मेसिस्ट, फिजियोथैरेपिस्ट, नर्सिंग, चतुर्थ श्रेणी लैब टेक्नीशियन और फिजियोथैरेपी तमाम स्वास्थ्य संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे गये हैं।आपको बता दें कि बीती रात नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवक की संदिग्ध हालात मौत हो गई। इसके बाद कोरोनेशन अस्पताल में हंगामा हुआ। परिाजनो का ंआरोप है कि कुछ लोगों ने डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के साथ मारपीट और अभद्रता की। पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।
शुक्रवार को युवक का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी के बीच कराया जाएगा। डालनवाला इंस्पेक्टर एनके भट्ट के अनुसार गुरुवार रात 9.30 बजे कुछ लोग एक युवक को अचेत अवस्था में लेकर कोरोनेशन अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृत युवक के शरीर पर निशान देखकर डॉक्टरों ने पुलिस को सूचना देकर शव का पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया। तभी कुछ ही देर में काफी संख्या में लोग वहां पहुंचे और इमरजेंसी में मौजूद ईएमओ डॉ0 गौरांग जोशी, फार्मासिस्ट श्याम लाल बिजल्वाण और वार्ड ब्वाय सुधीर कुमार के साथ अभद्रता शुरू कर दी।