देहरादून: अब अपना आशियाना बनाना और चमकाना आसान नहीं रह गया। आपको बता दें कि जहां घर बनाने के लिए सबसे जरूरी चीज सरिया की कीमतों में उछाल आया है तो वहीं घर की फिनिशिंग और उसमें चार चांद लगाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली टाइलों के दामों ने भी आसमान छू लिए हैं। आपको मालूम हो कि कच्चे माल की कीमतों में इजाफा और महंगे ईंधन इसका सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है।
जैसा कि मालूम है जनवरी के अंत में सरिया प्रति कुंतल 6000 से 6200 रुपये बिक रहा था अगर ताजा दामों पर नजर दौड़ायें तो 21 फरवरी 2022 को दून में सरिया के दाम 6600 रुपये प्रति कुंतल रहे यानि दामों में 400 रुपये प्रति कुंतल की उछाल आई है। व्यापारियों की मानें तो कच्चे माल की कीमतों में इजाफा और अंतरराष्ट्रीय मार्केट के असर से सरिया की कीमतें अचानक बढ़ी हैं। सीमेंट स्टोर के संचालक का कहना है किसप्लाई महंगी आ रही है ऐसे में उन्हें भी बढ़ी कीमतों पर माल बेचना पड़ रहा है।
सरिया कारोबारी का कहना भी हे कि कच्चे माल की कीमत बढ़ने के कारण पीछे से ही दामों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं टाटा टिस्कोन के सरिया में तीन हजार रुपये प्रतिटन की तेजी आई है। वहीं दून मार्बल एवं टाइल्स एसोसिएशन के सचिव ने बताया कि पांच रुपये तक प्रतिवर्ग फुट टाइल्स महंगी हुई हैं। छोटी टाइल्स की पेटी में 40 और बड़ी पेटी में 80 से 90 रुपये तक कीमतें बढ़ी हैं। टाइल्स कारोबारी ने बताया कि गुजरात में टाइल्स के कारखाने हैं अब तक टाइल्स निर्माण में कोयले का इस्तेमाल होता था लेकिन अब ईंधन के रूप में गैस का इस्तेमाल शुरू हो गया है गैस के दामों में बढ़ोतरी हुई है ऐसे में टाइलों की कीमतों में भी इजाफा हुआ है।