देहरादून / देवभूमि उत्तराखंड में अभी विधायक दल का नेता चुना जाना शेष है लेकिन उससे पहले पांचवीं निर्वाचित विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाई गई।आपको बता दें कि सबसे पहले उत्तराखण्ड के राज्यपाल ने प्रोटेम स्पीकर वंशीधर भगत को राजभवन में शपथ दिलाई उसके बाद विधान सभा में सुबह 11 बजे प्रोटेम स्पीकर बंशीधर भगत ने उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के नव निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलानी शुरू की। शपथ लेने वालों मे सबसे पहले पहले विधायक अनुपमा रावत को शपथ दिलाई ।
वहीं विधायक ऋतु खंडूरी ने संस्कृत में शपथ ली तो किशोर उपाध्याय ने गढ़वाली में शपथ लेने के बाद हिन्दी में शपथ ली । शपथ लेने वाले नव निर्वाचित विधायकों में खटीमा विधायक भुवन कापड़ी, गदरपुर विधायक अरविंद पांडेय, सोमेश्वर विधायक रेखा आर्य और मसूरी विधायक गणेश जोशी थे।आपको बता दें कि 70 सदस्यीय पांचवीं विधानसभा में भाजपा के 47ए कांग्रेस के 19ए बसपा के दो और दो निर्दलीय सदस्य चुनकर आए हैं।
गौरतललब है कि उत्तराखंड की सभी 70 विधान सभा सीटों पर गत 14 फरवरी को एक साथ मतदान हुआ था। 10 मार्च को मतगणना के बाद नतीजे सामने आए तो राज्य गठन के बाद से हर चुनाव में सत्ता बदलने का मिथक तोड़ते हुए भाजपा ने उत्तराखण्ड में लगातार दूसरी बार बहुमत प्राप्त कर लिया।बहरहाल साल 2017 के मुकाबले भाजपा को इस बार 10 सीटें कम हांसिल हुईं।जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के लिए बनाये गये पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी आज यानि सोमवार दोपहर दो बजे दिल्ली से रवाना होकर बैठक के लिए देहरादून पहुंचेंगे।
अभी नए मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन संभावना है कि 23 मार्च को परेड ग्राउंड में सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण हो सकता है। ऐतिहासिक और भव्य रूप देने के लिए परेड मैदान में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में भाजपा विधायक दल के नेता को शपथ दिलाएंगे।