देश के अन्दर इस समय एक नई बहस का मुद्दा गरमा रहा है। ये मुद्दा है लाउडस्पीकर और अजान को लेकर । आपको बता दें कि महाराष्ट्र में एन.सी.पी की नगर इकाई ने महाराष्ट्र नव निर्माण सेना चीफ राज ठाकरे की हालिया दिनों में की गई उस टिप्पणी की मजम्मत करते हुए आंदोलन किया जिसमें राज्य सरकार से मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का आग्रह किया गया था।
गौरतलब है कि इससे नाराज कार्यकर्ताओं ने नारा-ए-तकबीर और अल्लाह हू अकबर के नारे लगाए गए। मालूम हो कि दो अप्रैल को राज ठाकरे ने बयान दिया था कि मस्जिदों में अजान की आवाज को कम नहीं किया गया तो इसके खिलाफ मस्जिदों के बाहर और तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाया जाएगा। राज ठाकरे के इस बयान के खिलाफ एनसीपी ने प्रदर्शन किया है। राकांपा नेताओं ने कहा कि ठाकरे की टिप्पणी संविधान के सिद्धांतों के खिलाफ है।
एनसीपी के सिटी यूनिट के प्रमुख प्रशांत जगताप ने कहा, संविधान ने सभी को अपने धर्मों और मान्यताओं की पूजा करने और जश्न मनाने की आजादी दी है। समाज में सद्भाव बनाए रखने और राजनीतिक लाभ के लिए बयान देने से बचने की जरूरत है। यहां तक कि नाराज प्रदर्शनकारियों ने ‘राज ठाकरे मुर्दाबाद’ के साथ ‘वसंत मोरे जिंदाबाद’ का नारा लगाते हुए पुणे के मनसे ऑफिस पर हंगामा और तोड़फोड़ की है। इसके साथ ही प्रदर्शन में नारा ए तकबीर और अल्लाह हू अकबर के नारे लगाए गए।