ट्रेवल कम्पनियां अपने प्रचार का वो रास्ता अपना रही हैं जो गैरकानूनी तो है ही साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ भी है। आपको बता दें कि कुछ ट्रेवल एजेंट पासपोर्ट के कवर पर अपनी कंपनी का स्टीकर लगा रहे हैं। इतना ही नहीं ये स्टीकर कई बार कवर पर अंकित राष्ट्रीय चिह्न और सुरक्षा फीचर के ऊपर भी लगे मिल रहे हैं। इससे जहां राष्ट्रीय प्रतीक का अनादर हो रहा है तो वहीं पासपोर्ट की सुरक्षा को लेकर भी खिलवाड़ हो रहा है।
ऐसी खबरें आने के बाद विदेश मंत्रालय के निर्देश पर उत्तराखंड क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने भी इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। विदेश मंत्रालय को इनपुट मिले थे कि कुछ ट्रेवल एजेंट पासपोर्ट के कवर पर अपनी कंपनी का स्टीकर लगा रहे हैं। ऐसा वह आमतौर पर अपनी कंपनी के प्रचार के लिए करते हैं।लेकिन यह एक तरह से भारतीय पासपोर्ट को ये कंपनियां अपने प्रचार का माध्यम बना रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने इस ओर भी ध्यान दिलाया है कि स्टीकर से राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ का अनादर हो रहा है।
वहीं,पासपोर्ट के बाहरी कवर पर लगे विभिन्न सुरक्षा फीचर को भी नष्ट किया जा रहा है। गौरतलब है कि उत्तराखंड के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने बताया कि स्टीकर से जहां राष्ट्रीय चिह्न का अनादर हो रहा है, वहीं पासपोर्ट के डुप्लीकेट कॉपी बनाने और विवरण में अन्य गड़बड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए बनाए गए सुरक्षा फीचर भी खराब हो रहे हैं। विभिन्न ट्रेवल एजेंटों को इस बारे में आगाह किया गया है साथ ही सभी सहायक पासपोर्ट अधिकारियों और अन्य स्टाफ को भी इस बारे में अवगत कराया गया है। पासपोर्ट कार्यालय और पासपोर्ट सेवा केंद्रों पर भी इससे संबंधित जानकारी चस्पा की गई है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।