रूड़की: हनुमान जयंती पर हुई हिंसा के विरोध में 27 अप्रैल को हिन्दू महापंचात आयेजन प्रस्तावित था। महापंचायत को लेकर सुप्रीम काट्र ने उत्तराखण्ड सरकार को हलफनामा दायर करने को कहा था जिसमें भड़काऊ भाषण पर लगाम लगाने के लिए अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय की थी।
अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद प्रशासन परी तरह से अलर्ट है और प्रशासन ने महापंचायत पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। अब महापंचायत पर रोक लगाए जाने के बाद से पुलिस प्रशासन अलर्ट है 10 किलोमीटर के दायरे में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है साथ ही पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को लगातार समझाने में लगे हैं कि महापंचायत नहीं होगी अमन और शांति बनाए रखें।
वहींं गांव में भी दिनचर्या जारी है ग्रामीण अपने दैनिक कृषि कार्य में जुट गए हैं। डाडा जलालपुर, मानक मजरा, डाटा पट्टी, खेड़ी, शिकोहपुर और सिकरोड़ा समेत कई अन्य गांवों के मार्गों पर पुलिस पूरी सख्ती बरत रही है। इन मार्गों पर आने जाने वाले वाहनों की लगातार चेकिंग की जा रही है।
आपको बता दें कि गांव में प्रशासन ने धारा 144 लगाई है जिस वजह से गांव में सन्नाटा है लेकिन स्कूल कॉलेज खुले हुए हैं। हालांकि बेहद कम संख्या में बच्चे पहुंचे हैं।गौरतलब है कि हिंदू महापंचायत को लेकर पुलिस की तरफ से जहां एक और सख्ती बरती गई है वहीं स्वामी दिनेश आनंद भारती के संपर्क में रहने वाले आश्रमों पर पुलिस की नजर है।
जिसमें रुड़की के टोडा एहतमाल स्थित स्वामी दिनेश आनंद का आश्रम, सुनहरा स्थित जीवनदीप आश्रम समेत श्यामपुर और हरिद्वार के करीब पांच आश्रमों पर पुलिस की नजर है इन आश्रमों पर खुफिया विभाग के लोग तैनात हैं। जीवनदीप आश्रम पर खुफिया विभाग की टीम लगाई गई है खबर है कि स्वामी यतींद्र आनंद गिरि महाराज आश्रम में नहीं हैं वह लखनऊ मे हैं।