अमेरिका : विश्व के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में एक ऐसी हड़ताल चल रही है जिसे सुनकर आप भी सक्ते में आ सकते हैं। आपने हड़ताले तो बहुत सी देखी सुनी होंगी जिसमें भूख हड़ताल, बसों की हड़ताल, बैंकों की हड़ताल ,आमरण अनशन, वगैराह वगैराह ऐसे न जाने कितनी हड़तालों के बारे में आप ने सुना होगा लेकिन इस समय दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में एक ऐसी अजीबो गरीब स्ट्राईक चल रही है जिसके बारे में आपने न कभी किसी से सुना होगा और न ही कभी देखा होगा।
आपको बता दें कि इस समय सोशल मीडिया में भी अमेरिका काफी ट्रेंड कर रहा है। ट्विटर में #sexstrike और #abstinence इस समय जबरदस्त ट्रेंड कर रहा है। खबरों के अनुसार दुनिया भर के लाखों लोग इस ट्रेंडी हैशटैग का प्रयोग भी कर रहे है।आपको बता दें कि अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को ग़ैरक़ानूनी घोषित कर दिया है यानि जिसका मतलब यह है कि अमेरिका में महिलाओं के पास गर्भपात कराने का अब कोई भी ऑप्शन नहीं रहेगा।
अब वो अपनी मर्जी से गर्भपात नहीं करा पाएंगी। लिहाजा सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले की घोषणा के बाद अमेरिका के तकरीबन 26 राज्यों ने इस पर प्रतिबंध लगाने का कानून बनाने पर विचार भी कर लिया हैं। बहरहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से अमेरिका की महिलाएं एक अनोखी हड़ताल पर निकल गई है। अमेरिकी महिलाएं सेक्स हड़ताल कर रही हैं। यानि अमेरिका में महिलाओं को गर्भपात को फिर से क़ानूनी मान्यता न मिलने तक वो किसी भी पुरुष के साथ संबंध नहीं बनाएंगी। इस हड़ताल ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। बैनर और पोस्टर लेकर महिलाएं सड़कों पर हड़ताल करने निकल गई है। महिलाओं के मुताबिक अगर उनका उनके शरीर पर अधिकार है तो फिर इस पर किसी और का अधिकार तब तक नहीं हो सकता जब तक कि उनकी मर्जी न हो।
खबर की भूमिका बहुत बेवकूफाना है। सर्व विदित है कि अमेरिका का यह प्रतिगामी कानून पिछड़ी धर्मांधता, महिलाविरोधी तथा मानवाधिकार विरोधी है। संतानोत्पत्ति और गर्भपात किसी भी महिला का नैसर्गिक अधिकार है। इसे सरकार, कानून, धर्म, समाज या परिवार द्वारा नियंत्रित व नियमन करने का प्रयास व्यक्तिगत महिला स्वतंत्रता का दमन एवं हनन है।