देहरादून: कहते हैं कि सावधानी हटी,दुर्घटना घटी यानि अभी कोरोना का भय समाप्त नहीं हुआ है। कोरोना अपने नए-नए वैरिऐंट से हमें डरा रहा है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है।स्वास्थ विभाग ने सभी जिलों को केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना संक्रमित सैंपलों की जीनोम सीक्वेसिंग करने साथ ही जांचें बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कि देश के कई प्रदेशों में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट बी.4 और बी.6 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है क्योंकि उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा चल रही है ऐसे में कई प्रदेशों से तीर्थयात्री उत्तराखंड में आ रहे हैं। हालांकि प्रदेश में अभी तक ओमिक्रॉन का कोई नया वैरिएंट नहीं मिला है।फिर भी एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन के आधार पर सभी जिलों को सैंपल जांच बढ़ाने के साथ कोरोना संक्रमित सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य है।
संक्रमण का कोई नया वैरिएंट का मामला सामने नहीं आया है। सभी जिलों को कोविड संक्रमित व्यक्ति की नियमित निगरानी रखने के साथ जीनोम सीक्वेंसिंग करने को कहा गया है। प्रदेश में वर्तमान में 316 सक्रिय मामले है, इसमें अधिकतर संक्रमित होम आइसोलेशन में रह कर ठीक हो रहे हैं।उत्तराखण्ड में बीते 24 घंटे के अन्दर 44 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि 42 संक्रमित ठीक हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बृहस्पतिवार को 1522 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। आठ जिलों में नए संक्रमित मामले सामने आए हैं।
देहरादून जिले में 26, हरिद्वार में आठ, नैनीताल में पांच, उत्तरकाशी, ऊधमसिंह नगर, टिहरी, चमोली व चंपावत जिले में एक-एक संक्रमित मिला है। 42 संक्रमितों ने संक्रमण को मात दी है। संक्रमितों की तुलना में कम मरीज ठीक हो रहे हैं। इससे सक्रिय मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वर्तमान में 316 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 95.81 प्रतिशत और संक्रमण दर 2.81 प्रतिशत दर्ज की गई।