कर्नाटक की मेंगलुरु पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के बड़े रैकेट का खुलासा किया है। यहां भारतीय मूल का विदेशी नागरिक एमबीबीएस डॉक्टर्स समेत मेडिकल स्टूडेंट्स को गांजे की सप्लाई करता था। ये युवक डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। पुलिस ने इस पूरे गिरोह के 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनका कनेक्शन खंगाला जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि हम यह पता कर रहे हैं कि आरोपी गांजे के अलावा, अन्य कोई ड्रग्स की सप्लाई तो नहीं करते थे।पुलिस ने बुधवार को बताया कि उन्होंने पिछले सप्ताह भारतीय मूल के विदेशी नागरिक नील किशोरीलाल रामजी शा (38) को उसके फ्लैट में कथित रूप से गांजा बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पूछताछ की गई तो उसने अन्य साथियों को भी सप्लाई करने की जानकारी दी। कहा जाता है कि रामजी शा पिछले 15 वर्षों से मेंगलुरु में रह रहा है और शहर के एक डेंटल कॉलेज में चौथे वर्ष का छात्र है।
पूछताछ में शा ने अन्य मेडिकल, डेंटल कॉलेज के छात्रों और डॉक्टरों के बारे में जानकारी दी, जो पेडलिंग में शामिल थे और गांजा की सप्लाई करते थे। इन सबकी गिरफ्तारी की गई है।पुलिस ने बताया कि उन्होंने शा से 50,000 रुपये का दो किलो गांजा, दो मोबाइल फोन, एक नकली पिस्तौल, एक खंजर, 7,000 रुपये नकद, एक वजन नापने की डिजिटल मशीन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त किए हैं।अन्य 9 आरोपियों में दो डॉक्टर हैं।
शहर के तीन पेशेवर कॉलेजों के सात मेडिकल / डेंटल छात्र हैं, जो विभिन्न राज्यों से हैं। इनमें चार लड़कियां भी शामिल हैं। इन सभी को हॉस्टल, पीजी और निजी आवासों से हिरासत में लिया। इनके पास से गांजा और 9 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस का कहना था कि अब यह पता लगा रहे हैं कि क्या ये लोग दूसरों के बीच सिंथेटिक दवाओं का सेवन और तस्करी कर रहे थे। आरोपियों को आज लोकल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।