खाने-पीने की बात करें तो दुनिया के हर एक कोने की अपनी एक खास विशेषता है। जैसे हमारे यहां कश्मीरी सेब फेमस है तो अफगानिस्तान के काबुल में पैदा होने वाला बादाम दुनिया में चर्चित है। अफगानिस्तान में ही पैदा होने वाला आनार बेहद स्वादिष्ट होता है। अरब के मुल्कों में पैदा होने वाला खजूर खूब पसंद किया जाता है। कश्मीर में होने वाले अखरोट से हम सब तो परिचित हैं ही। इसी तरह न जानें दुनिया में ऐसे कितने तरह के फल हैं जो किसी खास क्षेत्र विशेष में पैदा किए जाते हैं और उस क्षेत्र में पैदा होने के कारण उनकी गुणवत्ता एकदम से अलग होती है।
आज एक ऐसे ही फल की बात कर रहे हैं, जो दुनिया में संभवतः सबसे महंगा फल है। आप इस फल की कीमत का अनुमान इसी से लगा सकते हैं कि मशहूर उद्योगपति रतन टाटा भी रोज एक फल नहीं खरीद सकते।जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं। रतन टाटा की ही हम बात कर रहे हैं। दरअसल, रतन टाटा यहां इस फल की महंगाई को इंगित करने के लिए बतौर एक उदाहरण पेश किया गए हैं। यहां रतन टाटा का देश के सबसे अमीर लोगों के प्रतिनिधि के तौर पर जिक्र किया गया है। व्यक्तिगत तौर पर उनके बारे में यह कहानी नहीं है। हम जिस फल की बात कर रहे हैं वो एक खास किस्म का खरबूजा है। इसे यूबारी मेलन कहा जाता है।आप पहली नजर में इस पर भरोसा नहीं कर रहे होंगे। लेकिन, यह सोलह आने सच है। यह खरबूजा इतना महंगा बिकता है कि एक खरबूजे का दाम एक तोला सोना के बराबर हो सकता है। यह खरबूजा जापान के एक बड़े द्वीप होकैडो में पैदा किया जाता है। होकैडो के बीचों बीच यूबारी सिटी है। इसी सिटी में इस खास खरबूजे की खेती की जाती है। इस खरबूजे को दुनिया के तमाम खरबूजों का राजा कहा जाता है।
दरअसल, यूबारी एक बेहद खूबसूरत जगह है। यह चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरी है। इस जगह के दिन और रात के तापमान में भी भारी उतार-चढ़ाव रहता है। यहां के जलवायु और पर्यावरण का यहां पैदा होने वाली चीजों पर भी खास असर पड़ता है। दिन और रात के तापमान में उतार-चढ़ाव खरबूजे के लिए बेहद उपयोगी होता है। तापमान में जितना अधिक उतार-चढ़ाव होता है खरबूजा उतना ही मीठा होता है।जापान के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट web-japan।org पर इस खरबूजे के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध है। इस खरबूजे के अंदर का हिस्सा ऑरेंज कलर का होता है। इसकी मिठास अमृत की तरह है। यह मुंह में डालते ही धुल जाता है। हालांकि इस खरबूजे का बाहरी हिस्सा थोड़ा ग्रीन होता है। इस पर सफेद रंग की धारियां होती हैं। इसकी मिठास की पहचान यह है कि जिस खरबूजे पर जितनी बारीक धारियां होगी वह खरबूजा उतना ही मीठा होगा।
इसकी खेती में बहुत सावधानी बरती जाती है। दुनिया में इसको बेहद खास पहचान मिली है। इसकी मांग भी बहुत ज्यादा है, इस कारण किसान जब बेल में फल लगते हैं तो उसके नीचे मुलायम कपड़े डाल देते हैं जिससे कि फल का शेप खूबसूरत बने। इसके साथ ही इन फलों को उचित मात्रा में धूप मिले इसके लिए खास परदों से इसे ढका भी जाता है।यूबारी की आबादी करीब 10 हजार की है। लेकिन खरबूजे के सीजन में यहां भीड़ लगी रहती है। मई से अगस्त के बीच इन खरबूजों को तोड़ा जाता है। फिर बाहर से आए व्यापारी इनकी बोली लगाते हैं। जापान के विदेश मंत्रालय के मुताबिक एक बार एक जोड़ी खरबूजे को 50 लाख येन यानी 31।50 लाख रुपये में नीलाम किया गया था। यहां जून और जुलाई में सबसे ज्यादा खरबूजे तोड़े जाते हैं।
इस वक्त यहां यूबारी खरबूजा फेस्टिवल आयोजित होता है। बच्चों के लिए मेलन फेस्टिवल होता है।रिपोर्ट के मुताबिक एक किलो यूबारी खरबूजे की कीमत भारतीय रुपये में करीब 20 हजार है। यानी 20 हजार रुपये किलो वाला फल। दुनिया में संभवतः इतना महंगा कोई भी फल नहीं है। दुनिया के तमाम ड्राई फ्रूट्स में सबसे महंगे बादाम होते हैं। उच्च क्वालिटी और खास वेराइटी के बादाम की कीमत 2500 से 3000 रुपये किलो तक है। लेकिन इस खरबूजे की कीमत 20 हजार रुपये किलो है। इसकी तुलना सोना से इसलिए की जाती है क्योंकि एक तरबूजे का औसत वजन 2।5 से 3 किलो होता है। इस हिसाब से एक तरबूजा करीब 50 से 60 हजार रुपये का आता है। इतने पैसे में अपने देश में 10 ग्राम सोना खरीदा जा सकता है। आज की तारीख में सोना का भाव करीब 60 हजार रुपये तोला है।
Sources : News18 हिंदी