कर्नाटक कांग्रेस ने राज्य को चावल उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने राज्य की ‘‘अन्ना भाग्य’’ योजना के लिए ‘चावल से इनकार’ करने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। इस योजना के जरिए गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के प्रत्येक सदस्य को 10 किलो चावल प्रदान किया जाना है।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि हम कर्नाटक के लोगों के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हम उन्हें 10 किलो मुफ्त चावल मुहैया कराएंगे। हमें चावल देना केंद्र सरकार का कर्तव्य है। हम उन्हें पैसे दे रहे थे और वो देने को राजी हो गए लेकिन अब उन्होंने मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा की दोगली राजनीति के खिलाफ लड़ रहे हैं। हम दूसरे राज्यों से चावल खरीदेंगे और अपना चुनावी वादा पूरा करेंगे।कर्नाटक के मंत्री प्रियंका खड़गे ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार बदला ले रही है क्योंकि कर्नाटक के लोगों ने बीजेपी को वोट नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमें भारतीय खाद्य निगम से चावल नहीं खरीदने दे रही है। 12 जून को हमें 3600 रुपये प्रति क्विंटल पर 2.2 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदने की अनुमति मिली थी,लेकिन 13 जून को एक नई अधिसूचना जारी की गई कि कर्नाटक सरकार चावल नहीं खरीद सकती और व्यापारियों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल पर चावल दिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई,आर अशोक ने मंगलवार को बेंगलुरु में कर्नाटक सरकार के खिलाफ अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान मीडिया को संबोधित किया। अन्ना भाग्य योजना को लागू करने के लिए चावल जारी करने से इनकार करने के लिए केंद्र के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन का मुकाबला करने के लिए भाजपा के विरोध की योजना बनाई गई थी।