संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर रहमान बर्क का आज मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया,वह 94 वर्ष के थे। समाजवादी पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बर्क को संभल से अपना उम्मीदवार बनाया था,वह 5 बार सांसद रहे हैं। 21 फरवरी को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी सांसद का हाल जानने के लिए मुरादाबाद के निजी अस्पताल गए थे। सपा सांसद का पिछले एक महीने से मुरादाबाद में इलाज चल रहा था। उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, कई बार के सांसद जनाब शफीकुर्रहमान बर्क साहब का इंतकाल, अत्यंत दुःखद,भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो। भावभीनी श्रद्धांजलि।
शफीकुर रहमान बर्क हमेशा अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते थे। बर्क ने केंद्र पर कोविड को लेकर ‘प्रचार’ करने का आरोप लगाया था और सुझाव दिया था कि भाजपा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए ‘राजनीतिक कोरोना’ का इस्तेमाल कर रही है। बर्क ने यह भी कहा है कि गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मारे जाने के बाद ‘न्याय नहीं मिला’। पिछले साल संसद के विशेष सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बढ़ती उम्र के बावजूद सदन के प्रति बर्क के समर्पण की सराहना की थी।
पीएम मोदी ने कहा थाए ‘‘यह बड़ी बात है कि 93 साल की उम्र में संभल के सांसद डॉ0 शफीकुर्रहमान बर्क भी इस सदन में बैठे हैं। सदन के प्रति ऐसी निष्ठा होनी चाहिए।’’पांच बार सांसद रहे बर्क समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। उन्होंने 1996, 1998 और 2004 में तीन बार मुरादाबाद लोकसभा सीट जीती। 2009 और 2019 में, वरिष्ठ सपा नेता संभल लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। वह संभल से चार बार विधायक भी चुने गए और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे। देश भर में मुस्लिम समुदाय की आवाज को बुलंद करने के लिए जाने जाने वाले बर्क ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अनुभवी राजनेता चौधरी चरण सिंह के साथ की थी। उन्होंने बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के समन्वयक के रूप में भी काम किया था।