
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने हाल ही में अपने एक भावनात्मक भाषण में पाकिस्तान की तुलना इस्लामिक इतिहास के पवित्र शहर मदीना से करते हुए कहा कि दुनिया में अब तक सिर्फ दो रियासतें ऐसी हैं जो कलमे की बुनियाद पर बनी हैं — पहली मदीना और दूसरी पाकिस्तान।
जनरल मुनीर ने कहा, “आज तक इंसानियत की तारीख में सिर्फ दो रियासतें हैं, जो कलमे की बुनियाद पर बनी हैं। पहली रियासते तैयबा थी… और दूसरी रियासत उसके 1300 साल बाद अल्लाह ने आपकी (पाकिस्तान) बनाई है।” उन्होंने पाकिस्तानी अवाम से अपील की कि वे अपने देश की कहानी और इसकी विचारधारा को न सिर्फ याद रखें, बल्कि अगली पीढ़ियों तक भी पहुंचाएं।
हिंदुओं से भिन्नता और दो राष्ट्र सिद्धांत का जिक्र
अपने भाषण में जनरल मुनीर ने दो राष्ट्र सिद्धांत को दोहराते हुए कहा कि पाकिस्तान की नींव इस विचार पर रखी गई थी कि मुसलमान और हिंदू दो अलग-अलग कौमें हैं। उन्होंने कहा, “हमारे बुज़ुर्गों ने महसूस किया कि हम हिंदुओं से हर तरह से अलग हैं — आस्था, रीति-रिवाज, परंपराएं, सोच और महत्वाकांक्षाएं। यही दो राष्ट्र सिद्धांत की बुनियाद थी। हम एक नहीं, दो राष्ट्र हैं।”
कश्मीर पर तीखी टिप्पणी: “कोई ताकत हमें अलग नहीं कर सकती”
कश्मीर मुद्दे पर भी जनरल मुनीर ने तीखा रुख अपनाते हुए कहा कि पाकिस्तान कश्मीर को कभी अलग नहीं होने देगा। “कोई ताकत कश्मीर को पाकिस्तान से अलग नहीं कर सकती,” उन्होंने स्पष्ट किया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की टिप्पणी को “नाजायज” करार देते हुए दोहराया कि जम्मू-कश्मीर “था, है और हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा।”
बलूचिस्तान में उग्रवाद पर जवाब: “कमर तोड़ देंगे आतंकवादियों की”
बलूचिस्तान में बढ़ते उग्रवाद पर जनरल मुनीर ने कहा कि बलूच विद्रोही संगठन पाकिस्तान के लिए कोई खतरा नहीं हैं। उन्होंने BLA, BLF और BRA जैसे संगठनों को चेतावनी दी और कहा, “क्या पाकिस्तान के दुश्मन यह सोचते हैं कि सिर्फ 1500 आतंकवादी देश की किस्मत बदल देंगे? अगर 13 लाख की भारतीय सेना हमें नहीं डरा सकती, तो ये आतंकवादी क्या कर लेंगे?”
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई जब हाल ही में बलूच आतंकवादियों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को अगवा कर लिया था, जिसमें 440 यात्री सवार थे। पाकिस्तानी सेना के ऑपरेशन में 33 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया, हालांकि BLA ने 214 नागरिकों के मारे जाने का आरोप लगाया।
फिलिस्तीनियों से एकजुटता और प्रवासी पाकिस्तानियों की सराहना
जनरल मुनीर ने गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई का जिक्र करते हुए फिलिस्तीन के साथ एकजुटता जताई। उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी जनता के दिल फिलिस्तीन के मुसलमानों के साथ धड़कते हैं।” साथ ही, उन्होंने विदेशों में बसे पाकिस्तानी नागरिकों को “देश की चमकती रोशनी” बताते हुए ब्रेन ड्रेन की चिंता को खारिज किया और इसे “ब्रेन गेन” करार दिया।
भाषण के अंत में उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की तरक्की के रास्ते में जो भी रोड़ा आएगा, हम उसे मिलकर हटाएंगे।”
विश्लेषण: जनरल मुनीर के ये बयान पाकिस्तान की विचारधारा को फिर से रेखांकित करने की कोशिश माने जा सकते हैं, जहां इस्लामी पहचान, भारत विरोध और क्षेत्रीय सुरक्षा प्रमुख मुद्दे बने हुए हैं। साथ ही, उनका यह भाषण आंतरिक असंतोष, खासकर बलूचिस्तान में बढ़ते विद्रोह, के प्रति सैन्य संस्थान की प्रतिक्रिया को भी दर्शाता है।