
सीतापुर : अटरिया क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब एक निजी एम्बुलेंस देहरादून से बनारस मरीज को लेकर जा रही थी। हिंद अस्पताल के पास पहुंचते ही एम्बुलेंस अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि एम्बुलेंस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
थानाध्यक्ष उमाकांत शुक्ला ने बताया कि एम्बुलेंस मरीज विशाल पांडेय को लेकर देहरादून से बनारस जा रही थी। सुबह करीब साढ़े सात बजे के आसपास हिंद अस्पताल के पास नेशनल हाईवे पर एम्बुलेंस तेज गति में थी। अचानक चालक का नियंत्रण वाहन से हट गया, जिससे एम्बुलेंस सड़क किनारे पलट गई और बगल में खड़ी एक महिला व बच्ची को भी अपनी चपेट में ले लिया। हादसे की आवाज सुनते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। पुलिस व स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों को हिंद अस्पताल पहुंचाया, जहाँ डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया।
मृतकों की पहचान एम्बुलेंस चालक गुरमीत (23) निवासी हरिद्वार, मरीज विशाल पांडेय (40) निवासी देहरादून, एक अज्ञात व्यक्ति (करीब 45 वर्ष) जो एम्बुलेंस में सवार था, और सड़क किनारे खड़ी एक अज्ञात महिला (करीब 40 वर्ष) के रूप में हुई है। बताया गया कि मरीज विशाल पांडेय देहरादून में कमर की गंभीर चोट का इलाज करा रहे थे और बनारस के एक अस्पताल में आगे के इलाज के लिए जा रहे थे।
हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों में मरीज के भाई दिव्यांशु पांडेय (42) निवासी कैमूर, बिहार शामिल हैं, जो एम्बुलेंस में मरीज के साथ सवार थे। वहीं, सड़क किनारे खड़ी महिला के साथ मौजूद करीब 12 वर्षीय बच्ची भी गंभीर रूप से घायल हुई है। बच्ची का इलाज हिंद अस्पताल में जारी है, जहाँ उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एम्बुलेंस अत्यधिक गति से आ रही थी और मोड़ पर पहुंचते ही अचानक अनियंत्रित हो गई। वाहन सड़क से फिसलकर पलट गया और पलटते हुए बगल में खड़ी महिला और बच्ची को भी अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और लोगों ने किसी तरह वाहन के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला।
सूचना मिलने पर अटरिया थाने की पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा घायलों के इलाज की व्यवस्था कराई है। हादसे की खबर लगते ही अस्पताल और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
थानाध्यक्ष उमाकांत शुक्ला ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण एम्बुलेंस की तेज रफ्तार और अचानक नियंत्रण खोना पाया गया है। उन्होंने बताया कि आगे की जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है और आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि हिंद अस्पताल के पास हाईवे का यह हिस्सा दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात है। सड़क पर उचित संकेतक और गति नियंत्रक उपायों की कमी के कारण अक्सर वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं। लोगों ने प्रशासन से इस मार्ग पर रिफ्लेक्टर, स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत लगाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय लोगों ने मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।